छत्तीसगढ़ के भिलाई से ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू हो चुकी है
जबलपुर (Jabalpur) ज़िला प्रशासन ने अपने एक अफसर (officer) की कुछ समय के लिए भिलाई में पोस्टिंग कर दी है. अगले आदेश तक संबंधित अधिकारी वहीं पर रहेंगे
मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन की किल्लत ने सभी को चिंता में डाल रखा है. महाराष्ट्र सरकार की ओर से अन्य राज्यों को ऑक्सीजन की सप्लाई पर कम करने की खबरों के बाद मध्यप्रदेश में भी इसकी किल्लत शुरू हो गई है. इसकी सबसे बड़ी वजह कोरोना ही मानी जा रही है, क्योंकि कोरोना संक्रमित मरीज़ों का आंकड़ा बेतहाशा तेज़ी से बढ़ रहा है. इस बीमारी में मरीज़ को ऑक्सीजन की ही ज़रूरत होती है. मरीज़ बढ़ने से ऑक्सीजन की डिमांड भी बहुत ज़्यादा है. लेकिन महाराष्ट्र के सप्लाई कम करने या रोकने से संकट खड़ा हो गया है.
रोज 1200 सिलेंडर की खपत
जबलपुर में ऑक्सीजन सिलेंडर्स की खपत बढ़ कर प्रतिदिन औसत 1200 हो गयी है. लेकिन इतनी तादाद में सिलेंडर्स मिल नहीं पा रहे हैं. संकट की इस घड़ी में इस बीच एक तसल्ली भरी खबर सामने आई है. भले ही पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र ने ऑक्सीजन देने से अपने हाथ खींच लिए हों लेकिन ज़रूरत के समय एक अन्य पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ ने मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं. छत्तीसगढ़ ने जबलपुर के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर्स की सप्लाई शुरू कर दी है.भिलाई से शुरू हुई आपूर्ति
जबलपुर के कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ के भिलाई से ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू हो चुकी है. इसकी पहली खेप शहर में आ भी चुकी है. ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था बनाए रखने के लिए जबलपुर ज़िला प्रशासन ने अपने एक अफसर की कुछ समय के लिए भिलाई में पोस्टिंग कर दी है. अगले आदेश तक संबंधित अधिकारी वहीं पर रहेंगे.
अस्पताल में बनेगा ऑक्सीजन प्लांट
ऑक्सीजन की डिमांड को देखते हुए मेडिकल अस्पताल कैंपस में जबलपुर जिला प्रशासन जल्द ही एक स्थाई ऑक्सिजन प्लांट बनाने जा रहा है, ताकि ऑक्सीजन की किल्लत की समस्या से निजात पायी जा सके.कोरोना के इलाज में सबसे ज़्यादा ज़रूरत ऑक्सीजन की होती है. ऑक्सीजन न मिलने पर मरीज़ की मौत हो सकती है. मध्य प्रदेश में कोरोना की रफ्तार और मरने वालों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. यही वजह है कि ऑक्सीजन की ज़रूरत वर्तमान में बेहद ज्यादा है.