कृषि मंत्री ने कहा है-खाद-बीज और उर्वरक की गुणवत्ता जांचने के लिए लगातार कार्रवाई करें.
सरकार का दावा है कि पिछले साल की तुलना में 85 हजार मीट्रिक टन अधिक यूरिया (Urea) बांटा जा चुका है. प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध है. कहीं पर भी कमी नहीं आने दी जाएगी. सभी आवश्यक इंतजाम कर लिए गए है.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने यूरिया की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है. उन्होंने कहा किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. अब तक यूरिया की कालाबाजारी करने वाले 30 लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है. आगे भी यह मुहिम जारी रहेगी. किसानों को उर्वरक की कमी हरगिज नहीं आने दी जाएगी.
दुकानों के लाइसेंस निरस्त
मंत्री पटेल ने बताया कि एक अप्रैल, 2020 से अब तक यूरिया की कालाबाजारी, अवैध भंडारण और अमानक स्तर के खाद, बीज, दवाई की बिक्री करने पर 137 दुकानदारों के लायसेंस निलंबित किए जा चुके हैं. इसी प्रकार 65 दुकानदारों के लायसेंस निरस्त कर दिए गए. उन्होंने बताया कि 10 सितम्बर, 2020 तक 11 लाख 60 हजार मीट्रिक टन यूरिया प्रदेश को मिला.इसमें से 10 लाख 40 हजार मीट्रिक टन यूरिया बांट दिया गया. पिछले साल की तुलना में 85 हजार मीट्रिक टन अधिक यूरिया बांटा जा चुका है. प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध है. कहीं पर भी कमी नहीं आने दी जाएगी. सभी आवश्यक इंतजाम कर लिए गए है.
डायरेक्टर को निगरानी के निर्देश
कृषि मंत्री कमल पटेल ने संचालक कृषि संजीव सिंह को हालात पर लगातार नज़र रखने के लिए कहा है. उन्होंने सभी कृषि उप संचालकों से कहा है कि खाद-बीज और उर्वरक की गुणवत्ता जांचने के लिए लगातार कार्रवाई करें. प्रयोगशालाओं में उनका टेस्ट कराएं और जो दोषी हैं उन्हें दंडित करने में बिल्कुल भी संकोच न करें.