8 lab technicians, 2-2 radiographer-pharmacists not recruited in 5 and half months, posts will end in 10 days | 8 लैब टेक्नीशियन, 2-2 रेडियोग्राफर-फाॅर्मासिस्ट की साढ़े 5 माह में नहीं हुई भर्ती, 10 दिन में खत्म हो जाएंगे पद

8 lab technicians, 2-2 radiographer-pharmacists not recruited in 5 and half months, posts will end in 10 days | 8 लैब टेक्नीशियन, 2-2 रेडियोग्राफर-फाॅर्मासिस्ट की साढ़े 5 माह में नहीं हुई भर्ती, 10 दिन में खत्म हो जाएंगे पद


खरगोन16 घंटे पहले

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जिला अस्पताल में कई सालोें से लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर व फाॅर्मासिस्ट की कमी के बावजूद कोरोना महामारी में भी नियुक्ति नहीं हो पाई है। इसके चलते जांचों में परेशानी आ रही है। कोरोना महामारी में 100 से ज्यादा डॉक्टर व कर्मचारियों की भर्ती हो चुकी है। उन्हें 30 सितंबर को बाहर कर दिया है। जबकि इन 6 महीनों में लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर व फार्मासिस्ट की भर्ती नहीं निकाली। फाॅर्मासिस्ट की भर्ती निकाली थी, लेकिन उसे निरस्त कर दी है। अब 10 दिन के अंदर भर्ती नहीं हुई तो पद ही खत्म हो जाएंगे। जिला अस्पताल में रोजाना 100 से ज्यादा लोगों की लैब व ब्लड बैंक में जांचें होती है। इसमें 4 लैब व 4 ब्लड बैंक में पदस्थ है। दोनों जगह जांचों में परेशानी आती है। जबकि 4 रेडियोग्राफर पदस्थ है। यहां रोजाना 40 एक्सरे होते हैं। इसमें 20 से ज्यादा केस कोरोना के संदिग्ध मरीजों के होते हैं। इनमें परेशानी होती है। कई बार एमएलएसी के केस आने पर रेडियोग्राफर को घर से बुलाना पड़ता है। फार्मासिस्ट 6 पदस्थ है। यहां कोरोना महामारी के कारण 2 की जरूरत है।

2 कोविड सेंटर में कम जगह, तीसरे की तैयारी
जिला अस्पताल व उमरखली रोड स्थित कोविड सेंटर में अब जगह कम पड़ने लगी है। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग तीसरा सेंटर बनाने की तैयारियां कर रहा है। पिछले दिनों अफसरों ने उमरखली रोड स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज में निरीक्षण किया है। यहां सेंटर बनाया जा सकता है। जिले में तेजी से कोरोना व संदिग्ध मरीज बढ़ रहे हैं। जिला अस्पताल के कोविड सेंटर में 65 कोरोना मरीज है। इसके अलावा आईसोलेट वार्ड में 55 मरीज है। यहां कुल 160 बेड की व्यवस्था है। 25 बेड की व्यवस्था है। क्योंकि 15 बेड आईसीयू तैयार किया जा रहा है। अफसरों के मुताबिक जरूरत पड़ने पर खंडवा में मरीज भेजे जा सकते हैं।

इधर… भगवानपुरा में ढाई साल से खराब पड़ी एक्स-रे मशीन, रेडियोग्राफर काट रहे हैं पर्ची

खरगोन | जिला अस्पताल में 4 रेडियोग्राफर काम कर रहे हैं। जबकि जिले में कुछ जगह मशीनें खराब है। उस जगह के रेडियोग्राफरों से पर्चियां कटवाई जा रही है। उनको अटैचमेंट नहीं किया जा रहा है। यहां पदस्थ रेडियोग्राफर रूपेश पाटीदार व अवधेश पटेल मरीजों की पर्ची बनाने सहित अन्य काम कर रहे हैं। क्योंकि एक्सरे मशीन ढाई साल से बंद हैं। इन रेडियोग्राफरों को जिला अस्पताल में अटैचमेंट भी नहीं किया जा रहा है। अफसरों की गंभीर लापरवाही है। जिला अस्पताल को छोड़कर 18 रेडियोग्राफर पदस्थ हैं। अस्पतालों में बहुत कम एक्सरे होते हैं। रेडियोग्राफरों से दूसरे काम लिए जाते हैं या कई आराम करते हैं।

^ लैब टेक्नीशियन व फार्मासिस्ट की भर्ती के लिए प्रस्ताव भेजा था। जल्द ही भर्ती होने की संभावना है। रेडियोग्राफरों के अटैचमेंट के बारे में भी बीएमओ से चर्चा करेंगे। -डॉ. रजनी डावर, सीएमएचओ

जानिए… इन तीन पदों की क्या है स्थिति

पद जरूरत पदस्थ कोरोना में जरूरत लैब टेक्नीशियन 16 8 4 की जरूरत रेडियोग्राफर 4 4 2 की जरूरत फार्मासिस्ट 8 6 2 की जरूरत​​​​​​​

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