मामला कैंट थाना क्षेत्र (Kent station Area) के रिछेरा गांव का है. (सांकेतिक फोटो)
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम (Collector Kumar Purushottam) ने बताया कि आरोपियों द्वारा आदिवासी परिवार को बंधक बनाकर मजदूरी करवाई जा रही थी. मजदूर पहलवान सहरिया का बेटा बीमार था जिसका इलाज भी आरोपियों ने नहीं करवाने दिया.
जानकारी के मुताबिक, मामला कैंट थाना क्षेत्र (Kent station Area) के रिछेरा गांव (Richhera Village) का है. रिछेरा गांव में दीपक जाट और नीरज जाट ने सहरिया आदिवासी समाज के हरवाहे (खेत पर काम करने वाला मजदूर ) पहलवान सहरिया को बंधुआ मजदूर बनाकर रख रखा था. पिछले 5 वर्षों से पहलवान और उसके परिवार से मजदूरी करवाई जा रही थी. बीते रोज जब पहलवान सहरिया के 9 वर्षीय मासूम बेटे देशराज को तेज़ बुखार आया तो मजदूर पिता ने जमीन मालिक दीपक जाट से इलाज के लिए पैसे मांगे, लेकिन पैसे देना तो दूर बल्कि इलाज कराने की अनुमति भी दीपक जाट द्वारा नहीं दी गई. दीपक और नीरज जाट ने मजदूर पहलवान सहरिया के साथ बुरी तरह से मारपीट करते हुए कपड़े फाड़ दिए. और दबंगों ने अपने चंगुल से सहरिया परिवार को मुक्त नहीं किया और खेत पर ही रहने की नसीहत दी.
इलाज के अभाव में बच्चे की तबियत ज्यादा बिगड़ गई
ऐसे में इलाज के अभाव में बच्चे की तबियत ज्यादा बिगड़ गई. फिर, मजदूर माता- पिता बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे जहां उसकी मौत हो गई. अपने साथ घटित हुई इस अमानवीय घटना से नाराज आदिवासी परिवार ने कैंट थाने के बाहर प्रदर्शन करते हुए बच्चे के शव को रखकर चक्काजाम कर दिया. परिजनों का आरोप था कि शिकायत करने के बावजूद कैंट पुलिस ने उनकी मदद नहीं की बल्कि आरोपियों का साथ दिया. वहीं, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मृतक के परिवार को दी 10 हजार की आर्थिक सहायता और आरोपियों की गिरफ्तार करने का आदेश दिया है. कहा जा रहा है कि कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जारी किए आदेश आरोपी नीरज जाट और दीपक जाट के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई के आदेश दिए हैं.आरोपियों के खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि आरोपियों द्वारा आदिवासी परिवार को बंधक बनाकर मजदूरी करवाई जा रही थी. मजदूर पहलवान सहरिया का बेटा बीमार था जिसका इलाज भी आरोपियों ने नहीं करवाने दिया. इलाज के अभाव में बच्चे की मौत हो गई. आरोपियों के खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई करते हुए मजदूर परिवार को पुनर्स्थापित करने के आदेश दिए हैं. वहीं, पुलिस कप्तान राजेश कुमार सिंह ने बताया की आरोपियों की धरपकड़ के लिए रिछेरा गांव में टीम भेजी गई है. इस मामले में भी जो पुलिसकर्मी लापरवाह बने रहे उन्हें निलंबित कर दिया गया है.