Breaking The one who topped the Junior Accountant exam in AIIMS Bhopal passed with Grace in BCom; He escaped as soon as the forgery was revealed | भोपाल में जूनियर एकाउंटेंट की परीक्षा में टॉप करने वाला बीकॉम में ग्रेस से पास हुआ था; जालसाजी का खुलासा होते ही फरार हो गए

Breaking The one who topped the Junior Accountant exam in AIIMS Bhopal passed with Grace in BCom; He escaped as soon as the forgery was revealed | भोपाल में जूनियर एकाउंटेंट की परीक्षा में टॉप करने वाला बीकॉम में ग्रेस से पास हुआ था; जालसाजी का खुलासा होते ही फरार हो गए


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भोपाल20 मिनट पहले

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भोपाल के एम्स प्रबंधन ने आरोपी भाईयों समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।

  • आरोपी बड़ा भाई परीक्षा प्रकोष्ठ में था, उसने फर्जी तरीके से छोटे भाई का फॉर्म जमा किया था
  • एम्स प्रबंधन की छानबीन कमेटी ने मामला पकड़ने के बाद आरोपी को सफाई देने बुलाया था

भोपाल के एम्स में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। ऑन लाइन फॉर्म भरे बिना ही एक उम्मीदवार ने जूनियर एकाउंटेंट के पद के लिए भर्ती परीक्षा में टॉप कर लिया। छानबीन समिति ने जब इस मामले की जांच की, तो सामने आया कि आरोपी तो बीकॉम में ग्रेस की मदद से थर्ड डिवीजन से पास हो पाया था।

प्रबंधन ने आरोपी को पक्ष रखने के लिए बुलाया था, लेकिन वह नहीं पहुंचा। इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड आरोपी का बड़ा भाई निकला। वह एम्स में ही नौकरी कर रहा था। उसी ने फर्जी तरीके से भाई का फॉर्म जमा कर दिया था। अब दोनों फरार हो गए हैं।

बागसेवनिया थाने के एसआई रमेश सिंह ने बताया कि एम्स प्रबंधन ने धोखाधड़ी की शिकायत की है। उन्होंने बताया कि परीक्षा प्रकोष्ठ में नवनीत शुक्ला प्राइवेट था। वर्ष 2018 में ऑफिस असिस्टेंट के लिए जगह निकली थी। इसमें नवनीत ने अपने भाई नवोदित शुक्ला का फॉर्म भरवाया था। लेकिन परीक्षा नहीं हुई थी।

इसी बीच जूनियर एकाउंटेंट की भर्ती निकली। इसमें नवोदित ने ऑनलाइन फॉर्म नहीं भरा था, लेकिन नवनीत ने फर्जीवाड़ा कर नेट से फॉर्म निकालकर उसे भरकर जमा फॉर्म में फर्जी तरीके से रख दिया। इसमें नवनीत की मदद परीक्षा प्रकोष्ठ के एक अन्य कर्मचारी ने भी की थी। परीक्षा हुई और नवोदित ने उसमें टॉप किया। इसमें भी पूरा फर्जीवाड़ा नवनीत ने किया था।

टॉप करने के बाद प्रबंधन ने जब नवोदित का रिकॉर्ड खंगाला, तो सामने आया कि वह बीकॉम में थर्ड डिवीजन से ग्रेस की मदद से पास हो पाया था। प्रबंधन ने उसे अपना पक्ष रखने के लिए 4 बार बुलाया था, लेकिन वह पेश नहीं हुआ।

नवनीत भी नौकरी छोड़कर भागा

दोनों आरोपी भाई यूपी के महोबा के रहने वाले बताए जाते हैं। मुख्य आरोपी नवनीत परीक्षा प्रकोष्ठ में जॉब कर रहा था। उसने ही इस पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था। गिरफ्तारी के डर से वह नौकरी छोड़कर फरार हो गया है। एएसआई रमेश सिंह ने बताया कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए महोबा टीम भेजी जाएगी।

कहीं कोई रिकॉर्ड नहीं मिला

इस पूरे मामले में एम्स प्रबंधन को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। टीम ने जब नवोदित का रिकॉर्ड खंगाला, तो फॉर्म के अलावा कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। ऑनलाइन फॉर्म भरा ही नहीं गया था, जबकि फॉर्म के ऊपर जो ऑनलाइन जनरेट नंबर था, वह भी फर्जी अंकित किया गया था। सभी तथ्यों की जांच के बाद ही प्रबंधन ने इसकी शिकायत बागसेवनिया पुलिस से की।



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