More than 1.5 lakh families in 192 villages will get water from tap, 5159 lakh will be spent | 192 गांवों के डेढ़ लाख से ज्यादा परिवारों को मिलेगा नल से पानी, 5159 लाख होंगे खर्च

More than 1.5 lakh families in 192 villages will get water from tap, 5159 lakh will be spent | 192 गांवों के डेढ़ लाख से ज्यादा परिवारों को मिलेगा नल से पानी, 5159 लाख होंगे खर्च


शाजापुर5 घंटे पहले

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  • जल जीवन मिशन से बुझेगी गांवाें की प्यास हर परिवार के लिए 24 हजार रु. होंगे खर्च

गर्मी के दिनों में ग्रामीण क्षेत्राें में हर साल सामने आने वाले पेयजल संकट से निपटने के लिए अब मिशन के रूप में काम शुरू हो गया है। जल जीवन मिशन से ग्रामीणाें की पेयजल समस्या का स्थाई समाधान होगा। इतना ही नहीं शहरों की तर्ज पर अब ग्रामीणाें को भी घराें तक नल कनेक्शन देकर पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके पहले चरण में इस साल जिले के 192 गांवों में काम शुरू करा दिया गया है। गांवों में बनकर तैयार पानी की टंकी से प्रत्येक घरों को जोड़कर नल कनेक्शन देना शुरू कर दिया गया है। 5 हजार 159 लाख रुपए खर्च कर पीएचई के माध्यम से जिले करीब डेढ़ लाख से ज्यादा परिवाराें को नल कनेक्शन दिया जाएगा। लॉकडाउन के बाद तेजी से शुरू हुए काम में अब तक 34 हजार 698 घराें में नल कनेक्शन भी दे दिए गए है। खास बात यह हैं कि इन गांवों की शासकीय संस्था जैसे स्कूल, अस्पताल, आंगनवाड़ी से लेकर अन्य संस्था को भी नल कनेक्शन देना अनिवार्य रहेगा।

पानी का मैनेजमेंट संभालने के लिए चार साल के लिए समिति बनेगी
गांवों में पानी की समस्या न आए, इसका पूरा मैनेजमेंट किया जाएगा। बाकायदा इसके लिए पंचायत के अलावा अलग से जल समिति का गठन होगा। इसमें सरपंच, सचिव से लेकर सभी पंचाें को शामिल किया जाएगा। समिति के सदस्याें को पानी के उपयोग से लेकर नए विकल्प संबंधी सारे अधिकार रहेंगे। एक बार समिति का गठन होने के बाद 4 साल तक समिति काम करेगी।
विकल्प के रूप ट्यूबवेल, कुएं और तालाब भी बनाए जाएंगे
192 गांवों के लिए तैयार प्लान के तहत ग्रामीणों को जल कनेक्शन देने के लिए बनाई योजना में 24 हजार रुपए प्रति कनेक्शन के हिसाब से खर्च आएगा। जिले में पहले चरण में ही 5159 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसमें कई गांवों में पेयजल के नए विकल्प के रूप में ट्यूबवेल से लेकर कुएं व तालाब आदि भी बनाना पड़ेंगे।

^जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में नल कनेक्शन देने का काम चल रहा है। कनेक्शन देने के बाद स्थानीय समिति के माध्यम से ही इसका संचालन होगा। बाद में अन्य सुविधाएं जुटाने के लिए भी समिति खुद सक्षम रहेगी। प्रस्ताव बनाकर वे जिला स्तरीय समिति को भेजेगी। यहां से स्वीकृति के बाद सीधे संबंधी गांवों में प्रस्ताव के मुताबिक काम होना शुरू हो जाएगा। -वीएस चौहान, ईई पीएचई शाजापुर



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