शिवपुरी2 घंटे पहले
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आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीज का कोरोना सैंपल लेते हुए।
- 15 दिन से संक्रमित मरीजाें से स्वस्थ होकर घर पहुंचने वालों की संख्या ज्यादा
- रिकवरी भी रेट भी 68% से बढ़कर 89% पहुंचा, इस माह 22 की जान गई
सितंबर के शुरुआती दो सप्ताह में कोरोना अपने शबाब (पीक)पर रहा। इन दो सप्ताह में 763 (387+376) लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए। लेकिन तीसरे सप्ताह से संक्रमितों की संख्या घटने लगी। तीसरे हफ्ते में 239 संक्रमित मिले। फिर संक्रमितों की संख्या घटकर 166 पर आ गई है। जो शुरूआती सप्ताह से ढाई गुना कम है।
सितंबर के चारों सप्ताह में कुल 1168 लाेग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। सैंपलों की तुलना में हर दसवां व्यक्ति संक्रमित निकला। लेकिन सुखद पहलू यह है कि जिले में 1329 मरीज स्वस्थ हो गए जो नए पॉजिटिव मामलों से ज्यादा हैं। सितंबर के शुरूआत में रिकवरी रेट 68% थी जो बढ़कर 89% पहुंच गई है। इस आधार पर स्वास्थ्य विभाग का अनुमान है कि अक्टूबर महीने से कोरोना की पॉजिटिविटी दर घट सकती है। फिर भी लोगों को वैक्सीन के इंतजार तक मास्क पहनने के साथ सोशल डिस्टेंस बनाकर रहना जरूरी है।
देखिए… छह महीने में जितने मरीज, उससे ज्यादा सितंबर में निकले
मार्च महीने में 3 कोरोना पॉजिटिव मरीज थे। लॉकडाउन की वजह से अप्रैल में एक भी मरीज नहीं निकला। लॉकडाउन खुलते ही मई में 9, जून में 25 और जुलाई में 266 मरीज सामने आए। अगस्त में मरीजों की संख्या 828 पहुंच गई। छह महीने में कुल 1131 मरीज सामने आए और नौ लोगों की जान गई। लेकिन सितंबर के 28 दिन में 1168 कोरोना मरीज निकल आए और 22 लोगों की जा चली। वर्तमान में कुल 2299 कोरोना पॉजिटिव हैं और 27 मौतें हो चुकी हैं। जिले में 2049 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
कोरोना के पीक समय में जिले में सबसे अधिक 22 लोगों की जान गई
महीने के शुरूआती दौर में कोरोना का पीक समय शुरू हुआ और 1 सितंबर को भाजपा महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष की जान चली गई। इसके बार लगातार 25 सितंबर तक कोरोना से कुल 22 लोगों की जान चली गई। मरने वालों में सबसे अधिक 50 साल से ज्यादा उम्र के मरीज शामिल हैं।
15 दिन में एक भी दिन संक्रमितों की संख्या स्वस्थ्य होने वालों से ज्यादा नहीं
15 दिन से संक्रमित मरीजों से ज्यादा स्वस्थ्य होने वाले मरीज पिछले 15 दिन में एक भी दिन ऐसा नहीं रहा,जब संक्रमित मरीजाें की संख्या स्वस्थ्य होने वाले मरीजों से ज्यादा हो। 13 सितंबर के बाद लगातार संक्रमिताें से ज्यादा स्वस्थ मरीजाें की संख्या है। कई दिन तो ऐसे हैं, जिनमें संक्रमिताें से दाेगुने ज्यादा मरीज स्वस्थ्य होकर घर पहुंचे। करीब छह दिन दिनों में संक्रमितों से स्वस्थ्य मरीजों की संख्या मामूली ज्यादा रही।