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- Madhya Pradesh (MP) Narsinghpur Dalit Women Gang Rape Case Update; Police Station Incharge (SHO) Including Seven Arrested
भोपाल34 मिनट पहले
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नरसिंहपुर में दलित महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, इसमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
- पुलिस अफसरों पर रिपोर्ट न लिखने और मामले में लापरवाही बरतने के आरोप
- सामूहिक दुराचार के बाद शुक्रवार को दलित महिला ने कर ली थी खुदकुशी
नरसिंहपुर जिले के चीचली थानांतर्गत एक गांव में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की तीन दिन तक रिपोर्ट नहीं लिखी गई तो उसने शुक्रवार को सुबह घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। नरसिंहपुर जिले में गाडरवारा तहसील के चीचली थाना क्षेत्र में दलित महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म और आत्महत्या के मामले में दो पुलिसकर्मियों समेत 7 लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
वहीं एएसपी राजेश तिवारी और गाडरवारा के एसडीओपी सीताराम यादव को पुलिस मुख्यालय भोपाल अटैच कर दिया गया है। रिपोर्ट न लिखने और मामले में लापरवाही बरतने के कारण चिचली थाना प्रभारी अनिल सिंह और गोटिटोरिया चौकी प्रभारी मिश्रीलाल कुड़ापे को भी गिरफ्तार किया गया है।
इसके पहले थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज को शुक्रवार को रात ही निलंबित कर दिया गया था। साथ ही दुष्कर्म के तीन मुख्य आरोपी परसू, अरविंद व अनिल के साथ ही पीड़िता को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाले दो अन्य को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नरसिंहपुर के मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान के एक्शन में आने के बाद ये कार्रवाई की गईं।
बता दें कि नरसिंहपुर जिले के चीचली थाना क्षेत्र के एक गांव में दलित महिला ने शुक्रवार सुबह घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के पति का आरोप है कि उसकी पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। इसकी रिपोर्ट लिखाने वे तीन दिन से पुलिस के चक्कर लगा रहे थे। आरोपितों को गिरफ्तार करने की जगह उन्हें ही लॉकअप में डाल दिया गया था। महिला की मौत के बाद अधिकारी एक्शन में आए और आनन-फानन में चीचली के थाना प्रभारी अनिल सिंह और गोटिटोरिया चौकी इंचार्ज मिश्रीलाल कुड़ापे को निलंबित कर दिया। पुलिस ने तीन आरोपितों पर सामूहिक दुष्कर्म और दो पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। इन पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
28 सितंबर को हुआ सामूहिक दुष्कर्म
मृतका के पति ने एसडीओपी गाडरवारा सीताराम यादव को बताया कि उसकी पत्नी 28 सितंबर को गांव स्थित खेत में चारा काटने गई थी। जहां पर परसू, अरविंद व अनिल नाम के तीन लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। घर आने पर पत्नी ने स्वजन से घटना के बारे में बताया। सभी रात को ही गोटिटोरिया पुलिस चौकी पहुंचे, जहां उनसे आवेदन लेकर सुबह मेडिकल कराने की बात कही गई। स्वजन का आरोप है कि जब दूसरे दिन 29 सितंबर को वे चौकी पहुंचे तो उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई।
30 सितंबर को वह चीचली थाना पहुंचे, जहां उनकी फरियाद सुनने के बजाय पुलिसकर्मियों ने महिला के पति, जेठ को ही लॉकअप में बंद कर दिया। पीड़िता के साथ गालीगलौज की गई। आरोप है कि महिला के स्वजन को छोड़ने के एवज में पुलिस ने उनसे रुपए लिए। इससे व्यथित महिला ने आत्महत्या कर ली।
मामला संज्ञान में आने के 18 घंटे में आरोपी गिरफ्तार
नरसिंहपुर एसपी अजय सिंह ने भास्कर को बताया कि मामले में दुष्कर्म के आरोपी तीन लोग, आत्महत्या के लिए उकसाने वाले दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं पीड़िता की रिपोर्ट नहीं लिखने और लापरवाही बरतने वाले चिचली थाना प्रभारी और गोटिटोरिया चौकी प्रभारी को भी गिरफ्तार किया गया है। उन पर क्रिमिनल लॉ की धारा 166-ए लगाई गई है। जिसके अनुसार अगर कोई पुलिस अधिकारी महिला की एफआईआर नहीं लिखता है तो उसके खिलाफ एफआईआर की जाती है। मामला संज्ञान में आने के बाद हमने 18 घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।