बाड़ी20 घंटे पहले
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- हाथरस कांड को लेकर वाल्मीकि समाज ने जताया आक्रोश
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के गांव बुलघड़ी में बलात्कार के बाद हत्या की दर्दनाक वारदात के सामने आने के बाद पूरे देश में आक्रोश फैला हुआ है यह आक्रोश सोमवार को बाड़ी में भी देखने को मिला जहां अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस संगठन के बैनर तले समस्त वाल्मीकि समाज एवं अन्य समाज के लोगों ने उपखंड अधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप जल्द से जल्द पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के बुलघड़ी गाँव मे 14 सितंबर को एक अनुसूचित जाति की बालिका के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर गैंग रेप किया गया।
बाद में उसे इतना पीटा गया जिससे उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई और जवान भी काट दी गई पीड़िता के परिजन जब उक्त मामले को लेकर स्थानीय पुलिस स्टेशन पहुंचे तो वहां उनकी शिकायत नहीं ली गई और शिकायत लिखे जाने के बाद भी रेप का मामला दर्ज नहीं किया गया लेकिन मीडिया के बढ़ते दबाव एवं राजनैतिक प्रेशर के चलते घटना के तकरीबन 8 दिन बाद बमुश्किल अपराधियों पर रेप का केस दर्ज हुआ जबकि 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरगंज हॉस्पिटल में पीड़िता ने दम तोड़ दिया इसे छुपाने का भी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भरपूर प्रयास किया गया ।
उत्तर प्रदेश के जिला हाथरस में गत दिनों हुए एक बाल्मीकि समाज की बेटी के साथ सवर्ण जाति के 4 लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी जीभ काटना, रीड की हड्डी तोड़ना, गर्दन तोड़ना जैसे जघन्य अपराध के मामले में त्वरित न्याय दिलाने के लिए सैंपऊ उपखंड के अजाक एसोसिएशन के ब्लॉक अध्यक्ष डा. हरिओम के नेतृत्व में सैंपऊ एसडीएम को देश के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देकर मांग है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में डे वाई डे सुनवाई कर चारों दरिंदों को फांसी की सजा, मामले की जांच उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश के नेतृत्व में टीम गठित कर न्यायिक जांच की जाए, मृतक बहन मनीषा के परिजनों को 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि सहित सुरक्षा के लिए लाइसेंसी हथियार और लखनऊ में फ्लैट तथा परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए।
डाॅ अंबेडकर अनुसूचित जाति अधिकारी कर्मचारी संघ ने कलेक्टर काे राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर वाल्मीकि समाज की बहन मनीषा काे न्याय की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि चारों दरिंदाें काे जल्द फांसी की सजा हाे। फास्ट ट्रैक काेर्ट में डे वाई डे सुनवाई हाे। एक महीने में मुकदमे का निस्तारण हाे। उक्त घटना की उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर न्यायिक जांच हाे। मनीषा के परिजनाें काे हथियार का लाइसेंस दिलाने के साथ परिवार काे राजकीय सेवा में भर्ती करने की मांग करते हुए एक कराेड़ रुपए की सहायता राशि देने की मांग की है।
युवा शक्ति जाटव महासंघ ने मरैना बस स्टैंड चौराहे पर की श्रद्धांजलि सभा और 2 मिनट का मौन भी रखा
धौलपुर| राजाखेड़ा क्षेत्र के मरैना में हाथरस की बहन मनीषा बाल्मीकि को न्याय दिलाने के लिए युवा शक्ति जाटव महासंघ के सदस्यों ने मरैना बस स्टैंड चौराहे पर मृतक मनीषा को श्रद्धांजलि देकर 2 मिनट का मौन रखा तथा एक साथ खड़े होकर कैंडल मार्च किया।
सभी युवा साथियों ने आवाज उठाई है उत्तर प्रदेश की नाकाम सरकार भेदभाव की दृष्टि से बहन मनीषा के कातिलों को बचाने में लगी हुई है। कैंडल मार्च के माध्यम से हम देश की सरकार को अवगत कराना चाहते हैं सत्ता के बल पर अत्याचार ना करवाएं। युवा शक्ति जाटव महा संघ के माध्यम से रविंद्र मौर्य ने कहा हम सरकार और सर्व समाज से कहना चाहते हैं गरीब मजदूर महिला अनुसूचित जाति के लोगों पर अत्याचार करना बंद करो।