सागर17 घंटे पहले
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- चिकित्सा शिक्षा संघ और जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन करेगी कार्रवाई का विरोध
ट्रिपल सी ज्ञानोदय भेजे गए कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत के मामले में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया मध्य प्रदेश ने बीएमसी के दो डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। डॉक्टरों से 7 दिन में जवाब मांगा गया है। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर रजिस्ट्रेशन रद्द करने की चेतावनी दी गई है। एमसीआई की इस कार्रवाई से मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन में नाराजगी है। एसोसिएशन ने कार्रवाई को भेदभावपूर्ण बताते हुए बुधवार को डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने का एलान किया है। मांग पूरी न होनेे तक हड़ताल जारी रहने की चेतावनी दी गई है। एमसीआई ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को पत्र जारी किया है। इसमें जूनियर डॉ. पल्लवी मिश्रा और डॉ. गौरव तिवारी को कारण बताओ नोटिस भी भेजा गया है।
आज सुबह 8 बजे से हड़ताल
मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ. सर्वेश जैन ने बताया कि यह कार्रवाई डॉक्टरों का मनोबल तोड़ने वाली है। कोरोना संक्रमण काल में डॉक्टर अपनी जान की परवाह किए बगैर मरीजों की सेवा कर रहे हैं। उन्हें प्रोत्साहित करने की जगह उनका मनोबल तोड़ा जा रहा है। दोनो डॉक्टरों की कोई गलती नहीं थी। लेकिन कलेक्टर की रिपोर्ट में इन्हें दोषी पाया गया है, जो अनुचित और भेदभावपूर्ण है। मरीज को नियम अनुसार ट्रिपल सी ज्ञानोदय भेजा गया था। वहीं उसकी हालत बिगड़ी थी। इसी एकतरफा कार्रवाई के विरोध में सुबह 8 बजे से सभी डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे।
ये है मामला
प्रशासन द्वारा एमसीआई को भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि 19 जुलाई 2020 को शनिचरी वार्ड निवासी कोरोना पॉजिटिव अयूब खान की मौत हो गई थी। बीएमसी में मरीज के आने के बाद उसे ट्रिपल सी भेजा गया था। जबकि उसकी हालत ठीक नहीं थी। 2 दिन बाद इसी वजह से उसने दम तोड़ दिया। इस रिपोर्ट के आधार पर एमसीआई ने दोनों डॉक्टरों को नोटिस दिया है।