Businessmen not ready to close shops even one day in Corona era, administration tightens if closed | कोरोना काल में भी एक दिन दुकानें बंद करने को तैयार नहीं व्यापारी, प्रशासन सख्त हुआ तो की बंद

Businessmen not ready to close shops even one day in Corona era, administration tightens if closed | कोरोना काल में भी एक दिन दुकानें बंद करने को तैयार नहीं व्यापारी, प्रशासन सख्त हुआ तो की बंद


भिंड15 घंटे पहले

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श्रम निरीक्षक के बाजार में पहुंचने पर शटर बंद करते दुकानदार।

  • संक्रमण की चेन तोड़ने एक दिन का बंद जरूरी फिर भी व्यापारी थोड़े से लालच के लिए नहीं मान रहे
  • विधायक के आग्रह काे नहीं मान रहे, व्यापारी संघ के भरोसे को तोड़ रहे

साप्ताहिक अवकाश के रोज शहर में दुकानें खोलकर व्यापारी जहां एक ओर गुमाश्ता कानून का उल्लंघन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। हालांकि अब अनलॉक- 4 की अवधि चल रही है। लेकिन कोरोना की चेन ब्रेक करने के लिए एक दिन का बंद काफी कारगर साबित होता है। प्रशासन ने रविवार के दिन बाजार बंद रखे जाने का प्रावधान किया गया था तब व्यापारियों द्वारा सोमवार के रोज कारोबार बंद रखे जाने की मांग की गई थी।

साप्ताहिक अवकाश का दिन सोमवार होने से प्रशासन द्वारा भी इसके लिए स्वीकृति प्रदान की गई थी। इसके बाद भी कई कारोबारी दुकानें खोल रहे हैं इन्हें बंद कराने के लिए श्रम निरीक्षक की टीम को मशक्कत कराना पड़ी। यहां बता दें लॉकडाउन में श्रेणी निर्धारित कर दुकानें खोलने के साथ ही रविवार को बंद रखा जाने लगा था। इसी दौरान व्यापारियों ने सोमवार साप्ताहिक अवकाश के रोज दुकानें बंद रखने की बात कही थी। इसके बाद कुछ दिन तक सोमवार को दुकानें बंद रखी जाने लगी। लेकिन धीरे- धीर दुकानदार पुराने ढर्रे पर आते जा रहे हैं। इनके लिए सप्ताह में एक दिन कारोबार रखना मुश्किल होने लगा है। लेकिन इन्हें यह नहीं पता कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है।

प्रतिदिन संक्रमित निकल रहे हैं। शासन द्वारा कोरोना की चैन ब्रेक करने के लिए ही बंद का प्रावधान किया गया था लेकिन जन सुविधा की दृष्टि से धीरे- धीरे सब कुछ खोलने की प्रक्रिया चल रही है पर सात दिन में एक दिन बंद रखना सभी का दायित्व बनता है जिससे कोराेना का संक्रमण को फैलने से रोका जाए।

विधायक ने कही थी हॉकर्स जोन आबाद करने के लिए एक दिन बंद रखे जाने की बात:विधायक संजीव सिंह संजू ने सभी दुकानदारों साथ ही व्यापारी संघ से हाथ जोड़कर आह्वान किया था कि हाथ ठेला वालों के बनवाए गए हॉकर्स जाेन को आबाद करना है तो सोमवार को बाजार बंद रखना होगा। इससे ठेले वालों को रोजगार मिलेगा और लोग हॉकर्स जोन पहुंचने लगेंगे। साथ ही कहा था सोमवार के रोज बाजार में दुकान खोलने वालों पर प्रशासन कार्रवाई कर सकेगा। व्यापारी संघ अध्यक्ष मुकेश जैन द्वारा भी बंद रखे जाने पर सहमति जताई गई थी।

बाजार में बंद कराई आधा सैकड़ा से अधिक दुकानें टीम के जाते ही खोल लीं
श्रम निरीक्षक मनीष झा की टीम द्वारा शहर के गांधी मार्केट, सदर बाजार, नेहरू बाल बाड़ी गली, परेड चौराहा आदि के बाजार में खुली आधा सैकड़ा से अधिक दुकानों को बारी बारी से बंद कराया गया। श्रम निरीक्षक द्वारा दुकानदारों को आगाह किया गया कि इस प्रकार रवैया ठीक नहीं है। क्योंकि एक दिन दुकान श्रम कानून के अंतर्गत बंद रखी जाना है। अगर आप लोग ऐसा नहीं करेंगे तो नियमानुसार चालान की कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान यह भी देखने में आया कि कुछ दुकानदारों ने टीम के जाते ही अपनी दुकानों के शटर उचका लिए। व्यापारियों का यह लापरवाह पूर्ण रवैया घातक साबित हो सकता है, इसके बावजूद व्यापारी मानने को तैयार नहीं। कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा एक हजार से ऊपर पहुंच चुका है, अगर अभी सावधानी नहीं बरती तो हालात भयावह हाे सकते हैं।



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