खरगोन16 घंटे पहले
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- सिंचाई परियोजना की स्वीकृति के पहले ही किसान कर रहे हैं विरोध
बुधवार को कुंडिया के रोटेश्वर आश्रम मंदिर पर 4 गांव के किसानों की एक बैठक हुई। इसमें किसानों ने सिंचाई परियोजना को लेकर विरोध जताया। साथ ही इस परियोजना के लिए जमीन नहीं देने की सहमति बनी। कुछ किसानों ने जमीन देने की बात कही लेकिन भाव कम मिलने पर वह भी विरोध में शामिल हो गए।
बैठक में किसानों ने कहा- हम 1 इंच भी जमीन नहीं देंगे। इस संबंध में कलेक्टर को पत्र के माध्यम से अवगत कराया जाएगा। कुछ किसान जमीन देने के इच्छुक है लेकिन शासन की गाइडलाइन बहुत कम होने की वजह से सरकार को देना नहीं चाहते हैं। क्षेत्र के किसान अजीम खान ने कहा- जमीन के भाव इतने कम है कि 1 एकड़ जमीन बेचकर हम हम इंदौर में एक 20 बाय 50 फीट का प्लांट भी नहीं खरीद सकते। कई किसानों के पास तो एक से 2 एकड़ की जमीन है। ऐसे में उन किसानों ने अगर प्लाट खरीद लिया तो मकान कैसे बना पाएंगे। इसे लेकर किसानों में चिंता बनीं हुई है।
18 ग्राम पंचायत के लिए तैयार की जा रही है डीपीआर
गांव के पास ग्राम कुंडिया में चोरल नदी पर लगभग 347 करोड़ 81 लाख रुपए की लागत से कुंडिया मध्यम सिंचाई परियोजना की डीपीआर जल संसाधन विभाग ने अपने वरिष्ठ कार्यालय को भेजी है। वहां से स्वीकृत होने के बाद इस सिंचाई योजना को शासन को भेजी जाएगी। इसमें चोरल से लेकर बागफल, थरवर व काटकूट तक करीब 18 ग्राम पंचायतों में सिंचाई के लिए यह योजना की डीपीआर बनाकर भेजी गई। इस संबंध में 8 अक्टूबर को बड़वाह से नायब तहसीलदार, जल संसाधन विभाग के एसडीओ व अन्य कर्मचारियों का दल ग्राम कुंडिया निरीक्षण के लिए गए थे। जहां ग्राम पंचायत के सरपंच राधेश्याम राठौर व अन्य किसानों से मुलाकात कर इस योजना की जानकारी दी। जिसमें ग्राम पंचायत कुंडिया के करौंदिया, अरोदा, सेंधवा व कुंडिया गांव की खेती की जमीन प्रभावित होगी। इसकी जानकारी मिलने पर किसानों में हड़कंप मच गया।