रतलाम10 घंटे पहले
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- अलग-अलग तिथियों पर दोष निवारण के लिए श्रद्धालुओं ने किए दान
पुरुषोत्तम मास (अधिक मास) की अमावस्या शुक्रवार है और मास का आखिरी दिन भी है। शनिवार से नवरात्रि प्रारंभ होगी है। पुरुषोत्तम मास को सभी मासों में सर्वोत्तम माना गया है, क्योंकि इस महीने के अधिपति देवता भगवान पुरुषोत्तम होते हैं। इस माह में सभी श्रद्धालुजनों ने दान-धर्म किया। अलग-अलग तिथियों की अलग-अलग दोष निवारण के लिए दान किए गए। पुरुषोत्तम मास में सर्वोत्तम दान अमावस्या पर किया जाना उचित माना है। अमावस्या तिथि पितरों की और अश्विन अधिक मास में अमावस्या पर किए दान से पितरों को सद्गति की प्राप्ति होती है जिनके घर में पितृदोष होता है उनको पितृदोष की शांति के लिए अश्विन अधिक मास की अमावस्या पर किया दान पितृ को सद्गति सहित घर में समृद्धि, शांति, ऐश्वर्य प्रदान करने वाला होता है। निसंतान दंपती को इस दिन अवश्य रूप से यथाशक्ति अनुसार दान धर्म करना चाहिए। इस दिन किए पौधों के रोपण से अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन बच्चों सहित वृद्धजनों की सेवा अवश्य करना चाहिए। पुस्तक लेखनी दान करने से विद्या की प्राप्ति होती है- पंडित संजय शिवशंकर दवे ने बतलाया की पुरुषोत्तम मास के अधिष्ठाता देवता भगवान विष्णु हैं। भविष्य पुराण के अनुसार पुरुषोत्तम अधिक मास के तहत पुस्तक लेखनी का दान करने से विद्या की प्राप्ति होती है। पौधों के रोपण से रोगों का निवारण होता है। खाद्य पदार्थ का दान करने से घर में समृद्धि और वैभव का स्थाई रूप से वास माना जाता है।
वृद्धाश्रमों और गोशालाओं में आज भी करवाएंगे भोजन
रतलाम | वाघेला जीव दया समिति ने गुरुवार को शहर के सभी वृद्धाश्रमों एवं गोशालाओं में भोजन कराया। शुक्रवार को अमावस्या के पर भी भोजन कराया जाएगा। सामाजिक कार्यकर्ता अनिल झालानी विशेष रूप से उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि मानव सेवा और गोसेवा के लिए सभी को आगे आना चाहिए। जीव दया समिति प्रमुख दिनेश वाघेला ने बताया संस्था द्वारा आगे भी गो सेवा की जाएगी। वाघेला गो सेवा ग्रुप के प्रमुख बाबूलाल सिसोदिया ने बताया गोपाल गोशाला रोड, खेतलपुर गोशाला, त्रिवेणी रोड स्थित बकरा गोशाला में भोजन कराया। रेणु मुकेश भार्गव, स्व. देवेंद्र दशोत्तर का परिवार, बाबूलाल सोलंकी, गोविंद सिंह शेखावत व राजकुमार पंजाबी का सहयोग रहा। रामचंद्र भाटी, कैलाश सोमानी, महावीर सिंह शक्तावत, श्यामा वाघेला, शकुंतला सिसोदिया, रामबाबू यादव रितेश परिहार, अनिता अग्रवाल, इंदु यादव, मंजुला चौहान, विमला रानी पंजाब, विनोद बैरागी का विशेष सहयोग रहा।