खरगोन12 घंटे पहले
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पुरुषोत्तम मास अमावस्या पर शुक्रवार को नर्मदा तट पर हजारों श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर यातायात के कारण श्रद्धालुओं को नर्मदा तट पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह से श्रद्धालुओं की नर्मदा तट पर भीड़ जमा हो गई थी। इसके लिए सुबह से लेकर शाम तक इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर वाहन रेंगते हुए चल रहे थे। जगह-जगह पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। नावघाट घाट खेड़ी स्थित नर्मदा तट पर कोविड-19 के बाद यह पहला मौका था जब हजारों श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे। इसके पहले किसी पर्व पर प्रशासन ने श्रद्धालुओं को नर्मदा के स्नान नहीं करने दिया तो कोई से पर्व पर कम संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए नर्मदा तट पहुंचे थे। इस अमावस्या पर पूरा नर्मदा तट श्रद्धालुओं से भरा हुआ था। इस पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नावघाट खेड़ी स्थित नर्मदा तट पर स्नान किया। अलसुबह से ही भक्तों का स्नान व तर्पण कार्य शुरू हो गया था। यह सिलसिला रात तक जारी रहा। इस दौरान तट पर कई भक्तों ने प्रसादी का वितरण भी किया। पुरुषोत्तम मास का बहुत महत्व है। इसमें पूरे माह श्रद्धालुओं ने अलसुबह नर्मदा जी का स्नान किया। थाना प्रभारी संजय द्विवेदी ने पुलिसकर्मियों को तैनात किया था। स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए नाविक भी तट पर मौजूद थे। नगर सहित आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में स्नान के लिए श्रद्धालु तट पर पहुंचे। जिसके कारण इंदौर-खंडवा मार्ग पर भी वाहनों का दबाव देखने को मिला। बड़े वाहनों के चलते कई बार मार्ग पर जाम जैसी स्थिति बनी। देर रात तक मार्ग पर वाहनों की रेलमपेल दिखाई दी।