पुलिस की गिरफ्त में खड़ीं दोनों आरोपी महिला.
जबलपुर (Jabalpur) की तिलवारा थाना पुलिस (Police) ने मानव तस्करी करने वाली दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है. दोनों महिलाएं सगी बहन (Sister) हैं. इन्होंने दो लड़कियों को जबलपुर से राजस्थान (Rajasthan) ले जाकर बेंच दिया था.
- News18Hindi
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October 21, 2020, 8:05 PM IST
इस दौरान जबलपुर में दोनों नाबालिगों के परिजनों ने उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी. जब पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो जानकारी मिली कि आखिरी बार दोनों लड़कियां मधु के साथ देखी गई थीं, जब पुलिस ने उसकी पतासाजी की तो पहले उसकी लोकेशन राजस्थान के कोटा में मिली और उसके दो दिन बाद मधु जबलपुर पहुंच गई. पुलिस ने जब उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी बयां कर दी.
पुलिस ने किसी तरह मधु की कोटा में रहने वाली बहन कविता को लालच देकर दोनों नाबालिगों के साथ जबलपुर बुलवाया और उसे हिरासत में लेकर नाबालिग लड़कियों को परिजनों के सुपुर्द कर दिया. जानकारी के मुताबिक दोनों सगी बहनों ने लड़कियों को डेढ़-डेढ़ लाख में बेचने का सौदा कर लिया था. आरोपी बहनों का पिता भी अपराधों में लिप्त है वह वर्तमान में रेप के आरोप में जेल में सजा काट रहा है.
MP By-Polls: बीजेपी के 14 मंत्रियों की किस्मत दांव पर, 2018 में 13 नेताओं की हुई थी हार, देखें Photosजबलपुर में मानव तस्करी का यह पहला मामला नहीं है. इस तरह के मामले समय- समय पर शहर में सामने आते रहते हैं. मई 2019 में जबलपुर पुलिस ने एक गिरोह का खुलासा किया था, जो लड़कियों को राजस्थान के अलग-अलग शहरों में ले जाकर बेंचता था. आरोपियों ने जबलपुर और आसपास के जिलों से करीब 18 लड़कियों को दूसरे राज्यों में ले जाकर बेचने का अपराध कबूला था. ये सभी लड़कियां कमजोर और गरीब तबके की थीं. जिन्हें नौकरी और अच्छे घरों में शादी का झांसा देकर राजस्थान ले जाया गया था.
अधारताल पुलिस ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग में लगे एक परिवार के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो नौकरी और अच्छी तन्ख्वाह का झांसा देकर गरीब परिवार की लड़कियों को अपना निशाना बनाता था. आरोपियों की सरगना सुनीता यादव युवतियों को ब्यूटी पार्लर का काम सिखाया करती थी बाद में लडकियों का भरोसा जीतने के बाद उन्हें अच्छी नौकरी का झांसा देकर राजस्थान, गुजरात सहित अन्य प्रदेशों में ले जाकर पहले तो जबरन शादी कराते थे, जिसके एवज में सामने वाले से तय कीमत लिया करते थे.उसके बाद उसके खरीदने वाले के हवाले कर देते थे.