जबलपुर3 घंटे पहले
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- सीट व स्टेरिंग के बीच फंसे चालक को निकालने घंटे भर करनी पड़ी मशक्कत
बरेला शारदा मंदिर के पास शनिवार दोपहर 12.30 बजे एक बड़ा हादसा हुआ। रायपुर से 65 टन सरिया लोड कर आ रहा ट्राला सीजी 07 सीए 7216 लोडिंग वाहन एमपी 20 जीडी 5544 को टक्कर मारकर रोड किनारे एक घर को तोड़ते हुए घुस गया। गनीमत रही कि घर के सदस्य मजदूरी करने गए हुए थे। हादसे में पीडि़त का पूरा घर और एक दुकान मलबे में तब्दील हो गया। चालक खुद सीट व स्टेरिंग के बीच फंस गया। उसे गैस कटर से काटकर किसी तरह निकाला जा सका। चालक को मेडिकल में भर्ती कराया गया। बरेला टीआई सुशील चौहान ने बताया कि ट्राला चालक शारदा मंदिर रिछाई के पास अचानक बहक गया। रोड किनारे खड़ी लोडिंग वाहन को टक्कर मारा। फिर उसे रौंदते हुए महेश साहू के मकान में घुस गया। ईंट की दिवाल और लोहे के शेड वाला घर मलबे में तब्दील हो गया। इस मकान से सटा भूपेंद्र यादव की प्लाई की दुकान थी, वो भी मलबे में बदल गया।
मौके पर मचा हडकम्प
हादसे के चलते मौके पर हडकम्प मच गया। लोग दौड़ कर मदद को पहुंचे। मकान व दुकान मलबा में तब्दील हो गया था। किसी के दबने की आशंका में तुरंत क्रेन व जेसीबी बुलायी गई। चालक को स्थानीय लोगों ने निकालने का प्रयास किया, लेकिन वह स्टेरिंग व सीट के बीच फंस गया था। पुलिस ने घंटे भर बाद केबिन को गैस कटर से काटकर चालक को बेहोशी की हालत में मेडिकल पहुंचाया।
बाइक सवार को बचाने में अनियंत्रित हुआ ट्राला
चालक की पहचान बिहार निवासी कमलजीत सिंह (45) के रूप में हुई। उसके सिर व हाथ-पैरों में चोटें आयी हैं। चालक कमलजीत ने बताया कि उसके ट्राला के सामने अचानक एक बाइक वाला आ गया था। उसे बचाने में उसने स्टेरिंग मोड़ी तो फिर नहीं सम्भाल पाया।
दो वर्ष पहले आठ लोगों की हो चुकी है मौत
इस हादसे ने 20 फरवरी 2018 को हुए हादसे की याद ताजा कर दी। हालांकि उस समय हादसे में आठ लोगों की मौत हुई थी। इस बार गनीमत रहा कि कोई जनहानि नहीं हुई। उस समय भी इसी तरह से ट्रक अनियंत्रित होकर सडक़ किनारे खड़े लोगों को रौंदते हुए चाय दुकान में घुस गया था। मरने वाले में स्कूली बच्चे भी थे, जो वहां बस के इंतजार में खड़े थे। इस हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने रोड जाम करते हुए पुलिस के कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। हालात काबू में करने भारी पुलिस बल बुलाना पड़ा था।