दिग्विजय सिंह पर शिवराज ने किया पलटवार.(सांकेतिक फोटो)
चुनाव आयोग (Election Commission) से मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने मांग की है कि तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए डाक मतपत्रों से अब तक डाले गए मत रद्द किए जाएं.
- News18Hindi
- Last Updated:
October 27, 2020, 7:20 PM IST
दिग्विजय सिंह ने की ये मांग
अधिकारियों से मुलाकात के बाद आयोग कार्यालय के बाहर दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमारी मुख्य मांग है कि डाक मतपत्रों से अब तक डाले गए मत रद्द किए जाएं और ऐसे मतदाताओं की सूची सभी प्रत्याशियों को प्रदान की जाए. कांग्रेस नेता ने कहा कि अधिकारियों ने बताया है कि निर्वाचन आयोग मंगलवार को इस मुद्दे पर एक बैठक करने जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि उपचुनाव वाले जिलों में सरकारी अधिकारियों के तबादलों को रोका जाना चाहिए और जिन अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज, और सत्यापित की गई है, केवल उन अधिकारियों को हटाया जाना चाहिए. सिंह ने आरोप लगाया कि कुछ पुलिस अधिकारी सत्तारूढ भाजपा के पक्ष में मतदाताओं को प्रभावित कर रहे हैं. उन्होंने कुछ पुलिस अधिकारियों को हटाने पर आयोग का धन्यवाद व्यक्त किया. इन अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की गई थी.
कांग्रेस नेता ने कहा कि हम उन पुलिस अधिकारियों पर नजर रख रहे हैं जिनकी शिकायतें हमारे पास पहुंच रही हैं. हम उन्हें चेतावनी देते हैं कि कांग्रेस नेता इस तरह के तत्वों से निपटना जानते हैं, चाहे सरकार में रहें या नहीं. हालांकि हम सत्ता में वापस आ रहे हैं. ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों पर नेतागीरी करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसे गंभीरता से ले रही है.शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर लगाया ये आरोप
इस बीच, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकाने का आरोप लगाया. चौहान ने ट्वीट में कहा कि अपनी संभावित पराजय से बौखलाकर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जी आजकल अधिकारियों और कर्मचारियों को धमका रहे हैं. देख लेंगे, निपट लेंगे, निपटा देंगे जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है. माननीय चुनाव आयोग से अपील है कि वह स्वत: संज्ञान ले और धमकाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करे. मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के तहत तीन नवंबर को मतदान होना है तथा मतों की गणना दस नवंबर को होगी.