इंदौर रोड पर 40 करोड़ की सरकारी जमीन से हटाया कब्जा, आशियाना टूटते देख महिलाओं की आंखों से निकले आंसू

इंदौर रोड पर 40 करोड़ की सरकारी जमीन से हटाया कब्जा, आशियाना टूटते देख महिलाओं की आंखों से निकले आंसू


उज्जैन8 मिनट पहले

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जेसीबी से हटाया गया हरी फाटक ब्रिज के पास अतिक्रमण।

इंदौर रोड स्थित हरी फाटक ब्रिज के पास रविवार को जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी जमीन से अवैध कब्जे को हटाया। प्रशासन ने वहां पर बने मकान और दुकानों को जेसीबी से ढहा दिया गया। अतिक्रमण हटाने के दौरान कब्जेदारों में अफरा-तफरी मची रही। अपना आशियाना टूटते देख महिलाओं की आंखों से आंसू छलक पड़े।

इस दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा। रविवार को हुई इस कार्रवाई में प्रशासन ने अवैध कब्जेदारों से करीब 16 हेक्टेयर भूमि वापस ली, जिसकी कीमत करीब 40 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।

एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने बताया कि लोगों ने मकान, दुकान पशुशाला और फसल बोकर शासकीय भूमि को कब्जा कर लिया था। शासकीय भूमि से अवैध कब्जेदारों को हटाए जाने का अभियान आगे भी जारी रहेगा।

20 वर्ष से अधिक समय से थे काबिज़
तहसीलदार पूर्णिमा सिंघी ने बताया कि भूमि सर्वे क्रमांक 3679 3680, 3683/2, 3682, 3683/मि-1, 3683/3, 3685, 3606 पर गोपाल यादव, गुलाब चंद यादव, मोहनलाल यादव, शैलेंद्र यादव ने 20 वर्ष से अधिक समय से अतिक्रमण किया था। 28 अक्टूबर को अवैध कब्जेदारों को बेदखली का नोटिस जारी हुआ था। इसी क्रम में रविवार को अवैध निर्माण ढहा दिए गए।

बेघर हुए लोगों की छलकी पीड़ा
आंखों के सामने अपना आशियाना ढह जाने पर महिलाओं की आंखों से आंसू छलक पड़े और एक-दूसरे को ढांढस बधांती रही। उनका कहना था कि अपने बच्चों के साथ अब कहां जाएंगी।



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