इंदौर में पटाखों की वजह से बढ़ सकता है जानलेवा प्रदूषण.
एक अनुमान में सामने आया है कि इंदौर (Indore) में दीपावली (Diwali) पर करीब 50 करोड़ रुपये के पटाखों (Firecrackers) की ब्रिकी होती है. कोरोना काल (Corona Era) में जब इतने पटाखे शहर में फोड़े जाएंगे तो शहर में प्रदूषण (Pollusion) का स्तर एक दम से बढ़ जाएगा.
- News18Hindi
- Last Updated:
November 5, 2020, 12:21 PM IST
इंदौर शहर में पटाखों के कई बड़े व्यापारी हैं, जो देश भर में पटाखों की सप्लाई करते हैं, लेकिन दीपावली पर हर साल सैकड़ों अस्थाई दुकानों को पटाखे बेंचने की अनुमति दी जाती है. एक अनुमान के अनुसार इंदौर में दीपावली पर करीब 50 करोड़ रुपये के पटाखों की ब्रिकी होती है.
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इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इतनी ज्यादा तादात में जब पटाखे एक ही शहर में फोड़े जाएगे तो प्रदूषण बढ़ना तय है. वहीं हर साल दीपावली के पहले और बाद में प्रदूषण बोर्ड शहर में प्रदूषण के स्तर को जांचता है. इसमें दीपावली के दूसरे और तीसरे दिन प्रदूषण स्तर काफी बढ़ा पाया जाता है. इस बार भी यह प्रदूषण स्तर बढ़ जाएगा, जो कोरोना काल में काफी ज्यादा नुकसानदेह साबित होगा.देश की राजधानी समेत एनसीआर में प्रदूषण का स्तर अभी से बहुत ज्यादा बढ़ने लगा है, जो पिछले साल में नवंबर महीने के मुकाबले बहुत ज्यादा है. ऐसे में दिल्ली-एनसीआर में भी लोगों को आशंका है कि दीपावाली आने वाली है इसके बाद प्रदूषण का स्तर किस हद तक बढ़ सकता है. इस बात से चिंतित केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए कुछ खास इंतजाम किये हैं. अगर इंदौर शहर को भी प्रदूषण से बचाना है तो राज्य सरकार को इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाना होगा. तभी इंदौरवासियों को प्रदूषण से निजात दिलाई जा सकती है.