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41 मिनट पहले
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ग्वालियर। इस बार दीपावली के अलगे दिन शहर में हवा का स्तर पिछले साल की तुलना में ज्यादा जहरीला रहा है। इस साल पटाखे कम चले हैं, लेकिन हवा में प्रदुषण ज्यादा रहा है। वर्ष 2019 में पीएम-10 का स्तर 239.9 रहा था, जबकि इस बार 15 नवंबर को यह स्तर 313.04 रहा है। यह पॉल्यूशन बोर्ड की वेबसाइट का आंकड़ा है। पर यह हवा दूषित होना अस्थमा, सांस की बीमारी और कोरोना संक्रमित मरीजों के लए काफी घातक है।
आम दिनों की तुलना में शहर की हवा दीपावली के अगले दिन ज्यादा दूषित होती हैँ। क्योंकि पटाखे से होने वाला पॉल्यूशन इसमें शामिल होता है। शनिवार को दीपावली थी, शहर के लोगों ने तेज आवाज और धुंआ छोड़ने वाले पटाखों के बदले ग्रीन पटाखों का उपयोग किया है। इसके बाद भी शहर की हवा पिछले साल की तुलना में ज्यादा दूषित हुई है। इसका बहुत बड़ा कारण मौसम भी है। पिछले 24 घंटे से शहर में बादल छाए हैं इस कारण भी हवा दूषित हुई है।
क्या कहते हैँ आंकड़े
वर्ष पहले दीपावली पर
2016 90 274.6
2017 116.2 282
2018 238.7 396.6
2019 112.77 239.9
2020 206 313.04
अस्थमा, कोरोना मरीज के लिए घातक
यह हवा अस्थमा, सांस की बीमारी और कोरोना संक्रमित ऐसे मरीज जिनके फेंफड़े पर असर हुआ हो उनके लिए घातक हैं। उनको इस समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
अजय पाल सिंह
प्रोफेसर मेडीसिन जीआरएमसी