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- 40% Of The Area Is Sold As A Result Of Flower Cultivation, Marigold 200, Ivory 400 And Rose Flowers Were Sold For 500 Rupees, A Garland Sold For 100 Rupees
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धामनोद6 मिनट पहले
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दीपावली पर पूजन व घर की सजावट के लिए लाेगाें काे फूल की माला महंगे दाम में खरीदना पड़ी। पिछले वर्ष गेंदा, गुलाब और सेवंती के फूल 100 रु. से भी कम दाम में मिल रहे थे वहीं इस वर्ष गेंदा करीब 200 रु., सेवंती 400 और गुलाब के फूल करीब 500 रु. किलो के भाव मिलने से मालाओं के दाम भी बढ़ गए। इसके चलते माला की बिक्री पर भी असर पड़ा।
फूल माला दुकानदार फिरोज फूलवाला ने बताया नगर में हमेशा पांच से सात दुकानें साल भर लगती है। त्योहारों के चलते 20 से अधिक ठेले वाले दुकानें लगाते हैं। लेकिन इस बार महंगे फूल की खरीदी के चलते लोग माला व फूल खरीदने में भी कटौती कर रहे हैं। फूल के दाम बढ़ने से जाे उपभाेक्ता 100-100 माला लेते थे वह मात्र 10 से 15 माला ही ले रहे हैं। इस सीजन में कार, बस, ट्रक को डेकोरेशन के सामान के साथ थी फूलों से सजाते थे लेकिन इस बार टेंपरेरी सजावट कर रहे है।
फूलों की माला का कम उपयोग कर रहे है। फूल इतने महंगे हाेने का कारण लॉकडाउन के चलते इस बार फूलों की खेती कम हुई। क्योंकि खाद-बीज ज्यादा नहीं मिला। इसके चलते 40 प्रतिशत रकबे में ही फूल लगे। इसमें से भी 20 प्रतिशत माल खराब हो गया और अब 20 प्रतिशत माल के कारण पूर्ति नहीं हाेने से भाव बढ़ गए। आसपास के क्षेत्र खराड़ी, महेश्वर, डोंगरगांव और घटवा में फूलों की खेती ज्यादा होती है। दुकानदार इसके अलावा इंदौर मंडी से भी माल लाते है। वहां की माल की कमी के चलते चार से पांच जगह से फूल लाना पड़े।
बाजार में 15 से 20 फूलों की माला 30 से लेकर अच्छी माला 80 से 100 रु. के भाव तक बिकी। मध्यमवर्गीय ने ज्यादा फूल माला नहीं खरीदते हुए आर्टिफिशयल फूलों से घराें की सजावट की। उपभाेक्ता जयदेव शर्मा ने बताया पूजा पाठ के लिए फूल लेना मजबूरी है। इस बार माला लेने में कटौती की गई।