सीवन नदी: सुबह महिला घाट पर सफाई की तो शाम को लोगों ने कचरा डालना शुरू कर दिया

सीवन नदी: सुबह महिला घाट पर सफाई की तो शाम को लोगों ने कचरा डालना शुरू कर दिया


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सीहोर22 मिनट पहले

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सीवन नदी के दोनों घाटों पर काफी पूजन सामग्री और कचरा पड़ा हुआ था। छठ पर्व को लेकर नगर पालिका के अमले ने बुधवार को यहां पर सुबह सफाई कराई लेकिन शाम के समय यहां पर लोग कचरा डालने लग पड़े। अब इसे क्या कहेंगे। लोगों में जागरुकता ही नहीं है। यही कारण है कि सीवन नदी के सभी घाटों पर कचरा दिखाई देता है। सीवन नदी में गणेशोत्सव और दुर्गोत्सव में प्रतिमाओं के विसर्जन पर प्रतिबंध होने के बाद भी लोग यहां पर छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन कर ही देते हैं। इसी के साथ अन्य त्योहारों के दिन बड़ी मात्रा में यहां पर पूजन सामग्री और पॉलिथीन पानी पर नजर आने लगती हैं। इसमें जहां लोगों में जागरुकता का अभाव है तो वहीं नपा भी उतनी ही जिम्मेदार है। घाट पर कचरा डालने के लिए कोई भी डस्टविन की सुविधा नहीं है। इसी तरह जो कचरा डाला जाता है तो घाटों के पास से यदि नियमित सफाई होती रहे तो ना तो गंदगी होगी और ना ही पानी दूषित होगा।

पेयजल स्रोत होते हैं रिचार्ज
सीवन नदी के लबालब भरे होने से आसपास के क्षेत्र के पेयजल स्रोत रिचार्ज होते हैं। जब तक नदी में पानी होता है तब तक सभी पेयजल स्रोत पानी देते रहते हैं। लेकिन जब नदी सूखने लगती है तो पेयजल स्रोतों में भी पानी कम हो जाता है और फिर पानी की किल्लत होने लगती है। यही कारण है कि पूर्व में नगर पालिका जब सीवन नदी सूख जाती थी तो भगवानपुरा तालाब से पानी छोड़कर इसे भरा जाता था।



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