मुंबई-अहमदाबाद के बीच देश की पहली बुलेट ट्रेन चलेगी. (सांकेतिक फोटो)
देश की पहली बुलेट ट्रेन (Bullet train) मुंबई-अहमदाबाद के बीच चलाई जानी है. इस रूट पर बुलेट ट्रेन के परिचालन के लिए 508 किलोमीटर लंबे हाई स्पीड कॉरिडोर (High speed corridor) का निर्माण किया जा रहा है. जो नवंबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा. वहीं इस रूट पर प्रतिदिन 30 हजार यात्रियों (30 thousand passengers) के सफर करने का अनुमान लगाया जा रहा है.
- News18Hindi
- Last Updated:
November 27, 2020, 9:36 AM IST
इस दौरान जापान के राजदूत संतोषी सुजुकी, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव, एनएचएसआरसीएल (NHSRCL) के प्रबंध निदेशक अचल खरे, एलएंडटी के सीईओ और एमडी एसएन सुब्रह्मण्यम और नीति आयोग के अधिकारी मौजूद थे.
दिसंबर के पहले सप्ताह में शुरू होगा काम- लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड (L&T) इस रूट पर दिसंबर के पहले सप्ताह में काम शुरू कर देगी. जिसे नवंबर 2024 तक पूरा किया जाएगा. इस रूट पर सूरत सहित 4 स्टेशन का निर्माण होना है. जिसमें से सूरत में एक मेंटेनेंस डिपो भी शामिल है. इसके अलावा लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड इस रूट पर 14 रिवर ब्रिज, 42 रोड क्रॉसिंग, 6 रेलवे क्रॉसिंग और भरूच-वडोदरा के बीच 350 मीटर लंबी पहाड़ी सुरंग बनाई जाएगी.
ब्रिज के भी टेंडर जारी- बुलेट ट्रेन परियोजना में बनने वाले पांच कंक्रीट ब्रिज और 11 स्टील ब्रिज के लिए भी एनएचएसआरसीएल (NHSRCL) ने पिछले हफ्ते द्वारा टेंडर जारी किया था. यह टेंडर पी 1 बी और पी 1 सी दो हिस्से के पैकेज में है. पी 1 बी पैकेज के टेंडर में 237.1 किमी रूट शामिल है. इसमें दोहरी लाइन वाले स्टील और कंक्रीट ब्रिज ब्रिज बनेंगे. इसकी डेडलाइन तीन साल होगी. 18 फरवरी 2021 को ये टेंडर खुलेगा. पी 1 सी पॅकेज में वडोदरा से अहमदाबाद के बीच 87 किमी रूट शामिल है.अगले महीने शुरू होगा काम- एनएचएसआरसीएल (NHSRCL) के एडिशनल जनरल मैनेजर सुषमा गैर ने बताया कि लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड (L&T) इस रूट पर दिसंबर के पहले सप्ताह में काम शुरू कर देगी. उन्होंने बताया कि बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट में लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड (L&T) कुल 47 प्रतिशत हिस्से का काम कर रही है. जिसमें सूरज सहित 4 स्टेशन और एक डिपो का निर्माण शामिल है.
बुलेट ट्रेन के ट्रैक पर लगेगी फ्रैक्चर डिटेक्शन प्रणाली- मुंबई-अहमदाबाद के बीच 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बुलेट ट्रेन दौड़ा करेंगी. जिसके लिए हाई स्पीड हाई स्पीड रेल कॉरिडोर बनाया बनाया जा रहा है. जिस पर बुलेट ट्रेन के सुरक्षित परिचालन के लिए जापान बुलेट ट्रेन की ऑटोमेटिक रेल फ्रैक्चर डिटेक्शन प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा. आपको बता दें इस प्रणाली से ट्रैक पर फ्रैक्चर की तुरंत पहचान हो सकेगी.
इसके अलावा बुलेट ट्रेन के हर कोच में आग से बचाव के लिए फायर रेटेड स्लाइडिंग डोर लगाए जाएंगे. एनएचएसआरसीएल (NHSRCL) के अधिकारी के अनुसार मुंबई-अहमदाबाद के बीच 2024 तक बुलेट ट्रेन का संचालन होने की संभावना है. वहीं इस रूट पर प्रतिदिन 30 हजार यात्रियों के सफर करने का अनुमान लगाया जा रहा है.