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इंदौर8 मिनट पहले
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डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने भी सागर जैन से पूछताछ की।
बांग्लादेशी लड़कियों को अवैध तरीके से लाने, नशा देकर उनसे देह व्यापार कराने वाले कुख्यात बदमाश सागर जैन उर्फ सैंडो पांच दिन के पुलिस रिमांड पर है। पुलिस लगातार उससे पूछताछ कर रही है। पता चला है कि इन लोगों ने सोशल मीडिया ग्रुप के जरिए पूरे जाल को फैला रखा था। इनके नंबर शहर में टैक्सी वालों से लेकर कई होटल वालों तक के पास से थे।
दिल्ली से लड़कियों के फोटो आते ही उसे सोशल मीडिया पर डाला जाता था और बुलावा आते ही संबंधित लड़की को वहां पहुंचा दिया जाता था। पुलिस जब इसे दिल्ली में पकड़ने के लिए गर्लफ्रेंड के घर पहुंची तो इसने पुलिस पर हमला भी किया था। पुलिस ने जब इसकी मां को इसके पकड़े जाने की जानकारी दी तो वह उसे छोड़ने के लिए वह दस लाख रुपए का ऑफर देने लगी थी।
डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र के अनुसार बांग्लादेशी लड़कियों से देह व्यापार के मामले में 23 आरोपी पकड़े गए थे। उन्होंने सागर जैन और इसके भाई धर्मेंद्र जैन का नाम भी कबूला था। आरोपी पुलिस से बचने के लिए दिल्ली में गर्लफ्रेंड के यहां छिपा हुआ था। यह नए नंबरों से वॉट्सएप कॉलिंग करता था। इसने इंदौर के उन पैडलर्स की जानकारी दी है जो उससे एमडी ड्रग्स व एलएसडी जैसे नशीले ड्रग्स खरीदकर बेचते हैं। इसके अलावा मुंबई व दिल्ली के उन एजेंट्स की भी लिंक दी जो बांग्लादेश से लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर देह व्यापार कराते हैं।
दोस्त के जरिए आरोपी तक पहुंची पुलिस
डीआईजी के मुताबिक, इसे पकड़ने के लिए करीब एक हजार से ज्यादा नंबरों की ट्रेसिंग की गई तो दिल्ली में इसके सनी उर्फ सुमित कुमार नाम के एक दोस्त से संपर्क होने की जानकारी मिली। जब सनी को ट्रैक किया तो उसके पास नए नंबरों से इसके कॉल आने की जानकारी मिली। इस पर दिल्ली पहुंची टीम ने सनी को उसके रोहिणी कॉलोनी स्थित फ्लैट में पकड़ा और फोन कर सागर को मिलने के लिए कहा।
भागने के लिए आरक्षक के हाथ पर काटा, रुपयों का ऑफर दिया
सागर जैसे ही मिलने आया तो सनी ने प्लान के मुताबिक कोल्ड ड्रिंक्स की बॉटल उठाकर उसके आने की पुष्टि की। उसके आते ही अलग-अलग स्पॉट पर तैनात पुलिस सक्रिय हो गईं। सनी के साथ फ्लैट में विजय नगर थाने के कांस्टेबल भी थे। सागर जैसे ही आया तो उसे दबोच लिया गया, लेकिन उसने कांस्टेबल के हाथ पर काटा और भागने का प्रयास किया। विफल होने पर छोड़ने के लिए टीम को रुपयों का ऑफर दिया।
मुंबई से लाता था एमडी और एलएसडी ड्रग्स, रशियन लड़कियों का सबसे बड़ा दलाल
आरोपी ने कबूला कि वर्ष 2014-15 में सेक्स रैकेट में आने के बाद मुंबई से एमडी और एलएसडी ड्रग्स की तस्करी शुरू की। रईस ग्राहकों को एमडी का नशा कर अपना कस्टमर बनाता था। कई बड़े कारोबारी, नेता, बिल्डर, बिजनेसमैन, सरकारी अधिकारी और पुलिस जवान इसके संपर्क में थे। विजय नगर थाने के कुछ जवानों की इससे तगड़ी सांठ-गांठ रही है। शहर में रशियन लड़कियों को इवेंट के बहाने बुलाकर सेक्स रैकेट और फार्म हाउस में होने वाली रेव पार्टियां भी ये कराता था। इंदौर में केस दर्ज होने के बाद से यह मुंबई, गोवा, दिल्ली एनसीआर में फरारी काट रहा था। जिस गर्लफ्रेंड के यहां यह छिपा था, उससे भी इसने बेंगलुरु भेजकर अनैतिक काम कराए।
सोशल मीडिया पर रखते थे नजर, कोई भी न्यूज आती कर देते थे ग्रुप में शेयर
डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र के अनुसार इनके एजेंट देशभर में मौजूद हैं। इनका पूरा काम सोशल मीडिया के जरिए ही होता था। इन्होंने कुछ ग्रुप बना रखे थे। यदि कोई भी इनसे संबंधित न्यूज कहीं भी लगती तो ये उसे ग्रुप पर शेयर कर देते। इसके बाद उस ग्रुप को तत्काल डिलीट कर नया ग्रुप बना लिया जाता था। मिश्र के अनुसार सैंडो पर एनडीपीएस एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है। 2017 में जब इसके खिलाफ शिकायत आई थी तो पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इसे जेल भिजवा दिया था। करीब 18 महीने तक जेल में रहा था।
सागर 2014 से इस धंधे में सक्रिय हुआ था। लंबे समय तक इंदौर में इस धंधे में लिफ्त रहने के बाद इसने बाहर की दुनिया में कदम रखा था। 2017 में पुलिस ने शिकायत के बाद इसके फ्लैट में दबिश दी तो यहां पर यह 4 लड़कियों के साथ मिला था। इसके बाद यह जेल चला गया। यहां से बाहर आते ही यह बैंकॉक, थाईलैंड के टूर पर निकल गया। इसके बाद फिर से इंदौर आया और धंधे में लग गया। बताया जा रहा है कि बांग्लादेश की सुरक्षा एजेंसियां भी मामले को लेकर पुलिस से संपर्क में हैं।
मोबाइल और नंबर बदलता रहता था सागर
पुलिस ने बताया कि जब सैंडो को पकड़कर ट्रेन से ला रहे थे, तब उसने रास्ते में एक मोबाइल फेंक दिया था। चूंकि ट्रेन चल रही थी, इसलिए उसे रोका नहीं जा सकता था, तभी पुलिसवालों ने उसे ट्रेन में भी जमकर पीटा था। उसका डाटा भी पुलिस रिकवर करना चाहती है। गिरफ्त में आए आरोपी के पास से पुलिस ने कई मोबाइल जब्त किए हैं। इनमें कुछ अहम सुराग भी मिले हैं। सागर अपने मोबाइलों को ज्यादा समय उपयोग में नहीं लेता था और जल्द नंबर और मोबाइल दोनों ही बदल देता था।
कॉकटेल बनाने में माहिर
सैंडो एमडी ड्रग्स का कॉकटेल नशा भी बनाने में माहिर है। उससे 100 से ज्यादा हाई प्रोफाइल परिवार के लोग नशा लेते थे। इसके बाद उसने अपने पैडलर्स तैयार किए थे। पुलिस उसे एक बार मुंबई भी लेकर जाएगी, जहां से वह नशा लाता था। इस काम में उसकी मां, भाई और पत्नी भी साथ देती थी। उसका फरार भाई बीमार बताया जा रहा है।