एमपी हाईकोर्ट: एमपी के नौ जिलों में सीटी स्कैन मशीन लगाने में विलंब के दोषी अधिकारियों पर करो कार्रवाई, 7 जनवरी को शपथ पत्र पर दाे जानकारी

एमपी हाईकोर्ट: एमपी के नौ जिलों में सीटी स्कैन मशीन लगाने में विलंब के दोषी अधिकारियों पर करो कार्रवाई, 7 जनवरी को शपथ पत्र पर दाे जानकारी


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जबलपुर18 मिनट पहले

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एमपी हाईकोर्ट

  • प्रदेश के नौ जिलों कटनी, मंडला, रतलाम, बालाघाट, मंदसौर, शाजापुर, धार, खंडवा और शहडोल का मामला

स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर पहले से कटघरे में खड़े स्वास्थ्य महकमे को हाईकोर्ट से भी फटकार मिली। मामला प्रदेश के नौ जिलों कटनी, मंडला, शहडोल, रतलाम , बालाघाट, मंदसौर, शाजापुर, धार, खंडवा में सिटी स्कैन लगाने का था। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद सीटी स्कैन लगाने में बिलंब होने पर हाईकोर्ट ने मंगलवार को सख्त एतराज जताया। हाईकोर्ट ने आदेश जारी कर इसके लिए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई को कहा है। मामले की अगली सुनवाई अब सात जनवरी को होगी।
बल बेंच में हुई सुनवाई
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में मंगलवार को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय यादव व जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की युगलपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई। पब्लिक हेल्थ सर्विस कार्पोरेशन की ओर से कहा गया कि वे स्वास्थ्य विभाग के अधीन काम करते है। सीटी स्कैन मशीनों की स्थापना के संबंध में स्वास्थ्य विभाग ही सही और प्रमाणिक जानकारी दे सकता है।
शपथ पत्र पर कार्रवाई संबंधी पेश करना होगा रिपोर्ट
सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त को आदेश दिया है कि सीटी स्कैन मशीनों की स्थापना में विलंब के लिए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। कोर्ट ने आगामी सुनवाई तिथि तक दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई संबंधी रिपोर्ट शपथपत्र पर प्रस्तुत करने के आदेश दिए। यही नहीं सीटी स्कैन मशीनों के सबंध में स्टेटस रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने के लिए दिशा-निर्देश दिए।
मशीन के लिए वर्ष 2017 में टेंडर निकला था
जनहित याचिकाकर्ता कटनी एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष दिव्यांशु मिश्रा की ओर से अधिवक्ता योगेश सोनी ने पक्ष रखा। जबकि राज्य शासन की ओर से उप महाधिवक्ता स्वप्निल गांगुली उपस्थित रहे। जनहित याचिका में बताया गया कि कटनी के जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन के लिए वर्ष 2017 में टेंडर निकाला गया था। मेसर्स सिद्धार्थ एमआरआई एंड सीटी स्कैन कंपनी को फरवरी 2019 तक जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन लगाना था, लेकिन अभी तक सीटी स्कैन मशीन नहीं लगाई गई है।
कुल नौ जिलों में सीटी स्कैन मशीन लगाना था
मेसर्स सिद्धार्थ एमआरआई एंड सीटी स्कैन कंपनी को कटनी के साथ ही मंडला, रतलाम, बालाघाट, मंदसौर, शाजापुर, धार, खंडवा और शहडोल के जिला अस्पतालों में सीटी स्कैन मशीन लगाने का ठेका मिला था। कंपनी ने कही भी सीटी स्कैन मशीन नहीं लगाई है। पिछली सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने पब्लिक हेल्थ सर्विस कार्पोरेशन से सीटी स्कैन मशीनों की लेटेस्ट स्टेटस रिपोर्ट मांगी थी।



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