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- The Five year old Son, Wrapped In The Dead Body Of His Father, Woke Up And Said, “Don’t Take Away My Father”, Eyes Filled With Innocent Tears
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जबलपुर16 मिनट पहले
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गौरव गुप्ता के रोते-बिलखते परिजन और मासूम अनय
- पांच साल का इकलौता बेटा पापा का दुलारा, गायब होने के बाद से ही पापा का लगा रखा था रट
खालसा कॉलेज में रजिस्ट्रार गौरव (40) की हत्या से मंगवार को गुप्ता परिवार में कोहराम मचा रहा। तीन दिसंबर को लापता गौरव का शव मंगलवार को पीएम के बाद पंचशील नगर उनके घर पहुंचा, तो दृश्य कलेजा फटने वाला था। पांच साल का बेटा दौड़ कर शव से लिपट गया। पापा की मौत से बेखबर वह उन्हें उठाता रहा। मां सहित सभी को राेते देखा, तो वह भी रोने लगा। पिता की अर्थी उठी तो नासमझ चिल्लाने लगा, मेरे पापा को मत ले जाओ। पत्नी कीर्ति सहित भाईयों और मां का विलाप सुनकर लोगों की भी आंखें भर आई।
इकलौता बेटा है अनय
पंचशील नगर निवासी गौरव गुप्ता का इकलौता बेटा अनय (5) अपने पापा का सबसे लाडला था। तीन दिसंबर को गौरव गुप्ता के गायब होने के बाद से ही वह पापा का रट लगाए था। उसे क्या पता था कि पापा अब कभी नहीं आएंगे। इस मासूम के एक-एक आंसू लोगों के दिलों पर हथौड़े की तरह पड़ रहे थे। शव नीचे रखा गया तो पापा को उठाने लगा। मां से बोला कि “मेरे पापा को घर में ले चलो, जमीन पर क्यों लेटा दिया। पापा बोल भी नहीं रहे हैं, शायद हमसे रूठे हुए हैं। मम्मी मैं तो पापा का प्यारा बेटा हूं, इनसे कहो न बात करें।’

गौरव गुप्ता की जीवित अवस्था की फोटो
गौरव दो भाईयों में थे बड़े
गौरव गुप्ता दो भाईयों में सबसे बड़े थे। परिवार में छोटे भाई आशीष, के अलावा पिता सतीष कुमार गुप्ता, मां कुसुम गुप्ता, पत्नी कीर्ति गुप्ता व पांच वर्षीय बेटा अनय गुप्ता हैं। दोनों भाई कमा रहे थे। पूरा परिवार खुश था, लेकिन इनकी खुशियों को तीन दिसंबर को नजर लग गई। जब सहकर्मी रांझी गोकलपुर निवासी चंदन ने गौरव गुप्ता को घर बुलाकर हत्या कर दी। परिजन पांच दिन तक इस आस में थे कि शायद कहीं चले गए होंगे, लौट आएंगे। पर सोमवार को पहले स्कूटी मिली और देर रात एक फ्लैट में लाश मिलने के बाद सारी उम्मीद टूट गई।
हत्यारे को दो फांसी
भाई आशीष ने आरोप लगाए कि एक अकेला मेरे भाई की हत्या नहीं कर सकता। जरूर इसमें अन्य लोग शामिल होंगे। पुलिस जल्दबाजी दिखा रही है। पिता सतीष कुमार ने कहा कि मेरा बेटा किसी के व्यक्तिगत जिंदगी के बारे में टिप्पणी कर ही नहीं सकता। वह संघ में रह चुका है। आरोपी चंदन ने पुलिस पूछताछ में दावा किया है कि गौरव उसके चार महीने पहले किए प्रेम विवाह और पत्नी को लेकर टिप्पणी करता था, इस कारण हत्या की। गौरव को करीब से जानने वाला कोई भी इस दावे पर यकीन नहीं कर पा रहा।

गौरव की लाश इस तरह पेटी में भर दी थी
ये है पूरा मामला
पंचशील नगर निवासी गौरव गुप्ता (40) खालसा कॉलेज में रजिस्ट्रार थे। तीन दिसंबर को घर से कॉलेज निकले, तो फिर नहीं लौटे। पांच दिन बाद सोमवार देर रात उनकी लाश गोरखपुर थाने से 300 मीटर दूर सहकर्मी चंदन सिंह के फ्लैट में मिला। चंदन ने लाश को रस्सी से बांध कर गठरी बना दी थी और रद्दी चौकी से पेटी लाकर भर दिया था। इससे पहले गौरव की स्कूटी हाऊबाग स्टेशन के पीछे झाड़ी से पुलिस ने बरामद किया था। चंदन जहर खाकर निजी अस्पताल में भर्ती हो गया था। सोमवार रात को पुलिस ने हिरासत में लिया तो हत्या का खुलासा हुआ।

एसआईटी से गौरव हत्याकांड की जांच कराने की मांग
गौरव मर्डर की जांच एसआईटी से हो
गौरव गुप्ता की जघन्य हत्या और आरोपी चंदन द्वारा बताई गई वजह को मानने के लिए परिवार के लोग भी तैयार नहीं हैं। परिवार संग विभिन्न संगठनों ने हत्या की एसआईटी से जांच कराने की मांग की है। उनका आरोप है कि चंदन महज मोहरा है। इसके पीछे गहरी साजिश और अन्य लोगों का हाथ है। एसआईटी से जांच की मांग को लेकर आक्रोशित हिन्दू संगठनों धर्मसेना, शिवसेना,बजरंगदल के योगेश अग्रवाल, कन्हैया तिवारी, भागचंद पटेल,जागेश राव, राजू रॉय, दिलीप रजक, राजेश रजक, नरबद गुप्ता, राजू गुप्ता, लोकेश गुप्ता, बंटी भाटिया, प्रदीप महावर ने सीएसपी गोरखपुर को एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा।