नशे का कारोबार: बिना डाॅक्टरी पर्चे के बेचा जा रहा नशीला सिरप, जगह-जगह पड़ी हैं खाली बॉटलें

नशे का कारोबार: बिना डाॅक्टरी पर्चे के बेचा जा रहा नशीला सिरप, जगह-जगह पड़ी हैं खाली बॉटलें


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दमोह2 मिनट पहले

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डेढ़ माह पहले दमोह मेंं ड्रग्स से दो युवकों की मौत के बाद पुलिस सक्रिय हुई और कारोबार में लिप्त तीन लोगों को जेल भेजा, लेकिन नरसिंहपुर से दमोह मेंं नशीला पदार्थ उपलब्ध कराने वाले दो आरोपी अब भी फरार है। यह पुलिस के हाथ नहीं लग पाए हैं।

अभी इसका पूरी तरह से खुलासा नहीं हुआ है और प्रतिबंधित कोडीन कार्टन कफ सीरप का कारोबार का मामला सामने आ रहा है। मेडिकल संचालक बिना डाॅक्टरी सुझाव के युवाओं को यह सीरप बेच रहे हैं।

जानकारी के अनुसार यह सीरप नशीला होता है और इसका सेवन करने से व्यक्ति मदहोश हो जाता है। शहर में सार्वजनिक स्थलों पर इस सिरप की खाली बॉटलें पड़ी मिल रही हैं। मगर इस ओर पुलिस और प्रशासन दोनों का ध्यान नहीं है।

दरअसल शहर में संचालित मेडिकल स्टोरों पर बिना डाक्टरी सुझाव के नशा में उपयोग होने वाला कार्टन कोडीन कफ सिरप बेचने का मामला सामने आया है। एक्सीलेंस स्कूल, तहसील ग्राउंड और व्यस्त जगहों पर बड़ी मात्रा में इसकी खाली बॉटलें मिल रही हैं।

एक्सीलेंस स्कूल के सामने नाला के अंदर बॉटलें पड़ी हैं। बिना डाक्टर के सुझाव के इसे नहीं बेचा जाता है तो फिर आसानी से कैसे इसे मुहैया कराया जा रहा है। डाक्टरों का कहना है कि इस सिरप को सीधे बेचने पर प्रतिबंधित है, क्योंकि इसे नशे के रूप में उपयोग किया जाता था। कुछ कंटेंट के साथ इसे बाजार में बेचा जा रहा है, जो कि गलत है।

इस सिरप से व्यक्ति को चढ़ जाता है नशा

औषधि निरीक्षक महिमा जैन का कहना है कि यह सीरप बिना डाॅक्टर सुझाव के नहीं दिया जा सकता है। यदि ऐसा हो रहा है तो यह अपराध की श्रेणी में आता है। नींद न आने पर यह सिरप दिया जाता है, इसका सेवन करने से व्यक्ति को नशा चढ़ जाता है और उसे नींद आ जाती है। यदि ऐसा है तो वह पुलिस के सहयोग इसकी जानकारी जुटाएगीं। चिंता की बात यह है कि कार्टन कोडीन कफ सिरप मेडिकल संचालक सीधे बेच रहे हैं, संभावना जताई जा रही है कि दुकान में कोडीन कफ सीरप की बड़ी खेप बेची जा रही है।

इसे खुलेआम नहीं बेचा जा सकता है

इस संबंध में जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. दिवाकर पटेल का कहना है कि यह सिरप बिना डाॅक्टरी सुझाव के नहीं दी जा सकती है। यदि कोई मेडिकल संचालक ऐसा कर रहा है तो यह गलत है। क्योंेकि यह सिरप एक तरह से नशा हैैं। जबकि वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. डीएम संगतानी का कहना है कि पहले इस सिरप का उपयोग ज्यादा होता था। पड़ताल करने पर पता चला कि इसका उपयोग नशा के रूप में किया जा रहा था, जिस पर बिना डॉक्टरी सुझाव के प्रतिबंध लगा दिया गया।

जानकारी उपलब्ध कराई जाए औषधि विभाग के साथ पुलिस की टीम मिलकर छापामार की कार्रवाई करेगी

इस तरह की शिकायत अब तक सामने नहीं आई है यदि कोई प्रतिबंधित सिरप बेच रहा है तो उसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाए औषधि विभाग के साथ पुलिस की टीम मिलकर छापामार कार्रवाई करेगी।
-हेमंत चौहान, एसपी



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