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उज्जैनएक घंटा पहले
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महाकाल मंदिर के सामने होटल संचालकों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण के खिलाफ गुरुवार को होटल व रहवासी संघ ने मंदिर के सामने विरोध प्रदर्शन किया। आरोप था कि सरकार के दबाव में प्रशासन ने होटल संचालकों और रहवासियों को हटाने की योजना बनाई है, जबकि सत्ता से जुड़े लोगों और उनकी संस्थाओं को बचाने में जुटी है।
होटल संचालक राजेश त्रिवेदी और युवक कांग्रेस नेता भरत शंकर जोशी ने बताया कि प्रशासन ने मंदिर के 100 मीटर दायरे में आने वाले होटलों और मकानों को विस्थापित करने की योजना बनाई है। इस दायरे में करीब 175 होटल और घर आएंगे। उनका कहना था कि अधिकांश होटल संचालकों ने बैंक से करोड़ों रुपए लोन लिए हैं। ऐसे में यदि होटल गिरा दिए गए, तो संचालक लोन के बोझ तले दब जाएंगे। दूसरे, प्रशासन गाइडलाइन के हिसाब से मुआवजा दे रही है, जो बहुत कम है। इस राशि से बैंकों के लोन की भरपाई कर पाना संभव नहीं होगा।
महाकाल मंदिर क्षेत्र में जमीनों का बाजार भाव काफी अधिक है। प्रशासन को बाजार दर से मुआवजा देना चाहिए। प्रदर्शनकारियों का यह भी आरोप था कि मंदिर के ठीक बगल आरएसएस के बने भवन को हटाने के लिए नोटिस नहीं जारी की है।