गरीब का रास्ता रोका तो हंगामा: 20 साल से था रास्ता, कॉलेज वालों ने जमीन अपनी बताकर बंद कर दिया, लोगों ने हाइवे किया जाम

गरीब का रास्ता रोका तो हंगामा: 20 साल से था रास्ता, कॉलेज वालों ने जमीन अपनी बताकर बंद कर दिया, लोगों ने हाइवे किया जाम


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ग्वालियर8 मिनट पहले

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झांसी रोड हाइवे पर रास्ता बंद कर देने के बाद आक्रोशित लोग जाम लगाते हुए

  • झांसी रोड पर एक घंटे लगा रहा जाम
  • राम नगर, झांसी मोहल्ला एक और दो के लोगों ने लगाया जाम

20 साल से जिस रास्ते से निकल रहे थे शनिवार को उसे आईटीएम कॉलेज के कुछ कर्मचारियों ने आकर बंद कर दिया। इतना ही नहीं गांव के गरीब लोगों के लिए लगे बिजली के पोल उखाड़कर फेंक दिए। इस तरह उनको अपनी ही जमीन से बेदखल करने पर गांव के लोग आक्रोशित हो गए। लोगों ने हंगामा कर झांसी रोड हाइवे पर जाम लगा दिया। कुछ ही देर में दोनों तरफ वाहनों की लाइन लग गई। हंगामा का पता चलते ही पुलिस, प्रशासन मौके पर पहुंच गए। किसी तरह लोगों को मनाने का प्रयास किया। सबसे पहले रास्ता खुलवाया गया। 15 दिन में पूरे मामले को सुलझाने का आश्वासन दिया। तब जाकर हाइवे से लोग हटे और जाम खुल सका।

हाइवे पर लोगों के प्रदर्शन के चलते दूर तक जाम में फंसे वाहन

हाइवे पर लोगों के प्रदर्शन के चलते दूर तक जाम में फंसे वाहन

झांसी रोड में आईटीएम संस्थान के पास रामनगर गांव और आसपास के कुछ गांव में करीब 600 से 700 लोगों की आबादी है। यह रेलवे की पटरियों के पास रास्ते से लगभग 20 साल से भी अधिक समय से आ जा रहे हैं। यहां से सीधे वह हाइवे पर निकल आते हैं। पर कुछ दिन से यहां आईटीएम संस्थान से जुड़े लोग आते हैं और रास्ते वाली जमीन को अपनी बताकर धमकी देते हैं। रामनगर निवासी रामनाथ मोगिया ने बताया कि शनिवार दोपहर आईटीएम के लोग आए और पूरा रास्ता खोद डाला। बिजली के पोल उखाड़ दिए। इससे गांव के लोग आक्रोशित हो गए और हाइवे पर प्रदर्शन करने उतर आए। कुछ ही देर में पूरा हाइवे जाम कर दिया गया। दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। हंगामा और चक्काजाम की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन से तहसीलदार, आर आई, झांसी रोड थाना पुलिस मौके पर पहुंची। जिला प्रशासन और पुलिस ने लोगों को समझाना शुरू किया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे। महिलाएं हाथों में डंडा लेकर तोड़फोड़ करने को तैयार थीं।

15 दिन में समाधान पर माने गांव के लोग

जब जिला प्रशासन की टीम ने 15 दिवस के अंदर उनके रास्ते की समस्या का समाधान करने और यहीं से रास्ता दिलवाने का वादा किया तब जाकर लोग हाइवे से हटे और ट्रैफिक खुला। 20 मिनट तो हाइवे पर जाम में फंसे वाहनों को निकालने में लग गए।



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