मिलावट करने वाला ‘मसाला किंग’ प्रताप आहूजा गिरफ्तार, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत केस दर्ज

मिलावट करने वाला ‘मसाला किंग’ प्रताप आहूजा गिरफ्तार, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत केस दर्ज


सांकेतिक फोटो.

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर (Sagar) में मसालों में मिलावट करने वाले व्यापारी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (National Security Act) के तहत कार्रवाई की गई है.

सागर. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर (Sagar) में मसालों में मिलावट करने वाले व्यापारी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (National Security Act) के तहत कार्रवाई की गई है. इसके तहत सागर के मसाला व्यापारी प्रताप आहूजा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. सागर में पहली बार किसी मिलावटखोर पर रासुका के तहत कार्रवाई हुई है. व्यापारी प्रताप आहूजा पर मिलावटी मसालों की पैकेजिंग को लेकर कई बार कार्रवाई की जा चुकी थी, लेकिन आरोप हैं कि प्रताप आहूजा लगातार इस मिलावट के कारोबार में जुट हुआ था. सागर एसपी के प्रतिवेदन पर सागर कलेक्टर ने सहमति दी और पुलिस ने व्यापारी प्रताप आहूजा को एनएसए के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

प्रदेश सरकार मिलावटखोरों के खिलाफ प्रदेश में अभियान चला रही है. इसके तहत ही सागर कलेक्टर ने मिलावटखोरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. मिलावटखोरों के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से प्रशासनिक अमला एवं निगम प्रशासन पुलिस प्रशासन के सहयोग से कार्रवाई की जा रही है. कलेक्टर के निर्देश पर कुछ दिन पहले मसाला किंग के नाम से प्रसिद्ध प्रताप आहूजा की मसाला फैक्ट्रियों पर खाद्य विभाग. पुलिस विभाग के द्वारा छापामार कार्रवाई कर सैंपलिंग की गई थी, सैंपलिंग के दौरान पाया गया कि मिर्ची में मूंगफली के छिलकों का बुरादा एवं रंग का प्रयोग किया जा रहा है. यह मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित होता है. प्रशासन द्वारा फैक्ट्री में रखे माल को नष्ट कराया गया था.

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
कुछ समय पहले भी मसाला किंग प्रताप आहूजा की नया बाजार स्थित दुकानों पर छापामार कार्रवाई कर हल्दी और मिर्च के सैंपल लिए गए थे. मकरोनिया स्थिति फेक्ट्री पर भी छापामार कार्रवाई की गई थी. जहां भारी मात्रा में मिलावट के समान जब्त किये गए थे. इस पूरे मामले में सागर एडिशनल एसपी विक्रम सिंह ने बताया मकरोनिया थाना अंतर्गत एक मसाला व्यापारी के विरुद्ध मिलावट संबंधी कार्रवाई खाद्य विभाग एवं पुलिस के द्वारा की गई थी इसमें उनका जो पूर्व का रिकॉर्ड था. उनके विरुद्ध एनएससी का प्रकरण उनके खिलाफ डीएम न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था. डीएम के द्वारा आदेश जारी कर एनएससी का प्रकरण पंजीबद्ध कर जेल दाखिल किया गया है.





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