होंडा कार्स ने बंद किया नोएडा प्लांट
होंडा कार्स इंडिया लि. (Honda Cars India Limited) ने बुधवार को ग्रेटर नोएडा के दो कारखानों को औपचारिक रूप से बंद करने का ऐलान किया है. इस कारखाने को बंद करने से एचसीआईएल का देश में सीआर-वी और सिविक मॉडल का उत्पादन भी थम गया है.
- News18Hindi
- Last Updated:
December 23, 2020, 7:09 PM IST
1995 में स्थापित हुआ था कारखाना
आपको बता दें साल 1995 में होंडा कार्स के प्लांट की ग्रेटर नोएडा में स्थापना हुई थी. साल 1997 में यहां कारों का प्रोडक्शन शुरू हुआ था. होंडा सिटी, सीआर-वी, होंडा सिविक सहित ज्यादातर मॉडल यहीं पर तैयार होते थे. यहां पर रोजाना करीब 440 और सालभर में लगभग एक लाख कारें बनती थीं. कंपनी में 900 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे थे.
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एचसीआईएल ने एक बयान में कहा, ‘उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखला की क्षमता का लाभ उठाकर परिचालन को टिकाऊ बनाने के लिये कंपनी ने घरेलू बिक्री तथा निर्यात को लेकर राजस्थान के टापुकारा में तत्काल प्रभाव से वाहनों और कल-पुर्जों के लिये विनिर्माण गतिविधियों को सुदृढ़ करने का निर्णय किया है.’ बयान में कहा गया है कि मुख्य कार्यालय के कार्य, वाहन, दो-पहिया वाहनों के लिये देश में अनुसंधान एवं विकास केंद्र तथा कल-पुर्जों से जुड़े कार्य (गोदाम समेत) ग्रेटर नोएडा से पहले की तरह चलते रहेंगे.
आखिर क्यों बंद किए कारखाने
HCIL के अध्यक्ष ने बताया कि पिछले तीन महीनों से बिक्री में तेजी के बावजूद, कुल मिलाकर उद्योग के लिये मौजूदा बाजार स्थिति अनिश्चित बनी हुई है. कोरोना की वजह से भी कारों की बिक्री में काफी गिरावट देखने को मिली. कर्मचारी कमेटी के सदस्य ने बताया कि कंपनी में 906 कर्मचारी थे. 27 जनवरी से 17 फरवरी के बीच 278 कर्मचारियों को वीआरएस दिया गया.
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सूत्रों ने कहा कि फिलहाल कंपनी अपनी संपूर्ण वाहन श्रृंखला के लिए राजस्थान के टापुकड़ा प्लांट पर निर्भर करेगी. होंडा कार्स ने इस साल की शुरुआत में इस प्लांट से जुड़े लोगों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना यानी वीआरएस पेश की थी, ताकि प्लांट की उत्पादकता और क्षमता बढ़ायी जा सके. टापुकड़ा प्लांट की क्षमता 1.8 लाख वाहन सालाना है. इसके अलावा ग्रेटर नोएडा संयंत्र की स्थापित उत्पादन क्षमता एक लाख इकाई सालाना है. दूसरी तरफ, टापुकारा कारखाने की क्षमता 1.8 लाख इकाई सालाना है. राजस्थान स्थित इस कारखाने में करीब 5,500 कर्मचारी कार्यरत हैं.