आईजी जबलपुर जोन भगवत सिंह चौहान वैसे तो कूल माइंड के माने जाते हैं, लेकिन उन्हें भी गुस्सा आता है। गुरुवार को वे जबलपुर एसपी कार्यालय का वार्षिक निरीक्षण करने पहुंचे थे। ढाई घंटे रीडर व स्टेनो शाखा का निरीक्षण किया। रिकार्ड के रख-रखाव पर नजर पड़ी तो धैर्य जवाब दे गया। गंदे और बेढंगे तरीके से रख-रखाव देख उन्होंने डांट लगाई। ताकीद की कि अभी निरीक्षण पूरा नहीं हुआ है। फिर देखेंगे क्या सुधार किया है। छह साल पुराने लंबित प्रकरणों पर फटकार लगाई। 15 दिनों में निराकरण का निर्देश दिए।

छह साल पुराने लंबित प्रकरण मिले
आईजी चौहान के मुताबिक लगभग 450 ऐसे प्रकरण मिले, जो 2014 से लेकर 2019 के लंबित थे। सभी एएसपी को 15 दिन में निराकृत करने का टास्क सौंपा हूं। इसी तरह 39 विभागीय जांच और 45 प्राथमिक जांच लंबित है। इन मामलों को एक महीने में पूरा करने का निर्देश दिया हूं। पांच बजे से रात साढ़े सात बजे तक दोनों सेक्शन का निरीक्षण किया। अगले चरण में अन्य विभागों का निरीक्षण करेंगे। इसके बार लाइन, परेड लाइन, दरबार लगाकर कर्मचारियों की समस्याओं को सुनेंगे, एमटी शाखा और फिर थानों का निरीक्षण होगा।

नया एसपी कार्यालय भवन बनाने का प्रस्ताव करो तैयार
आईजी ने निरीक्षण के दौरान एसपी कार्यालय में ऑफिस और कर्मचारियों की समस्याओं काे देखते हुए पुरानी बिल्डिंग तोड़कर नए एसपी, एएसपी, सीएसपी कार्यालय के लिए बहुमंजिला भवन बनाने का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिए। क्राइम ब्रांच थाने के बगल में एसपी का नया कार्यालय बनेगा।
इस बार भवन का निर्माण पीछे के साइड से होगा, जिससे सामने का पूरा क्षेत्र खाली दिखे। निरीक्षण के दौरान एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा, एएसपी अमित कुमार, अगम जैन, गोपाल प्रसाद खांडेल, शिवेश सिंह बघेल, संजय कुमार अग्रवाल, डीएसपी तुषार सिंह, अपूर्वा किलेदार, ट्रेनी सीएसपी पूजा पांडे, सचिन धुर्वे, आरआई सौरव तिवारी मौजूद रहे।