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उज्जैन9 घंटे पहले
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सराफा बाजार
- चांदी भी पीछे नहीं रही, 27 से बढ़कर 66 हजार रुपए प्रति किलो हो गई
- सर्वाधिक अंतर 2019 से 2020 में 13550 रु. का आया
- व्यापारी बोले- वैक्सीन आने के बाद कीमत और भी बढ़ने की पूरी संभावना
एक दशक (वर्ष 2010 से 2020 तक) में ज्वेलरी की कीमतों में करीब तीन गुना तक उछाल आया है। वर्ष 2010 में प्रति तोला (दस ग्राम) सोने के दाम 18500 रुपए थे, जो वर्ष 2020 में बढ़कर 51500 रुपए हो गए। यानी दस साल में 33 हजार रुपए तक बढ़े। हालांकि चांदी भी पीछे नहीं रही। इन दस वर्षों में चांदी की कीमत प्रति किलो 27 हजार 255 रुपए से बढ़कर 66 हजार रुपए तक जा पहुंची।
खास बात यह है कि दशक के इस दौर में सोने-चांदी की कीमतों में सर्वाधिक उछाल हाल ही के बीते 2019-20 के बीच आया। वर्ष 2019 में सोने की कीमत प्रति तोला 37950 रुपए थी, जो 13550 रुपए बढ़कर दिसंबर 20 में 51500 रुपए हो गई। ऐसे ही इस एक वर्ष में चांदी की कीमत भी 49 हजार 350 रुपए से उछलकर 66 हजार रुपए किलो हो गई। यानी 365 दिन में 16 हजार 650 रुपए का उछाल आया। इसके पीछे बड़ी वजह कोरोना काल के चलते ज्वेलरी के अंतरराष्ट्रीय बाजार का अप्रत्यक्ष रूप से ठप होना बताया जाता रहा है।
2014 की तुलना में 2015 में दाम गिरे थे, बाकी सभी वर्षों में बढ़ते चले गए
वर्ष सोना चांदी 2010 18500 27255 2011 26400 56900 2012 31050 56290 2013 29600 54030 2014 28006 43070 2015 26343 37825 2016 28623 36990 2017 29667 38089 2018 31348 41100 2019 37950 49350 2020 51500 66000 (नोट- जानकारी सर्राफ एसोसिएशन पटनी बाजार, उज्जैन के पदाधिकारी के अनुसार। सोने की कीमत प्रति तोला की और चांद की प्रति किलो की रुपए में)
महामारी के दौर में ज्वेलरी पर इन्वेस्ट कर जताया भरोसा
व्यापारियों की मानें तो कोरोना महामारी के दौर में कारोबार में अजीब-सा अंतर व ट्रेंड देखने काे मिला। एक तरफ जहां सोने-चांदी की कीमतें लगातार बढ़ रही थी, लोगों के कामकाज बंद थे बावजूद इस दौर में ज्वेलरी पर लोगों ने ज्यादा भरोसा जताया। इनमें पैसा इन्वेस्ट किया। हालांकि कुछ प्रतिशत लोग ऐसे भी रहे जिन्होंने पुरानी चांदी बेची भी। इन तमाम परिस्थितियों के बीच ज्वेलरी की कीमतें अभी भी उछाल पर है।
व्यापारी बोले- सोना 58 हजार रु. तोला तक पहुंचा था
कोरोना काल के वर्ष 2020 के जून-जुलाई में सोना प्रति तोला 58 हजार रुपए तक भी जा पहुंचा था। लेकिन ये इस स्तर पर ज्यादा दिन नहीं रहा। फिर कीमत गिरने लगी थी। व्यापारियों का कहना है कि वैक्सीन आने पर पुन: सोने व चांदी के दामों में तेजी आएगी। संभावना है कि सोना 60 हजार रुपए की कीमत को भी क्रास कर जाएगा।
सोना 60 हजार पार जाने की संभावना
एक दशक में सोने व चांदी की कीमत में करीब तीन गुना तक का उछाल आया है। ज्यादा अंतर वर्ष 2019-20 में आया है। संभावना है कि वैक्सीन आने के बाद अब सोने की कीमत 60 हजार रुपए तोला का दाम भी क्रास कर जाएगी। लोग ज्वेलरी में इन्वेस्ट कर रहे हैं।
शिव सोनी, सचिव, सर्राफ एसोसिएशन पटनी बाजार