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जबलपुर4 मिनट पहले
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जस्टिस मोहम्मद रफीक
- सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की अनुशंसा पर केंद्र सरकार ने जारी किया था तबादला आदेश
- राजस्थान हाईकोर्ट के एकमात्र ऐसे वकील थे, जो कांग्रेस और बीजेपी शासन में अतिरिक्त महाधिवक्ता रहे
ओडिशा हाईकोर्ट के जस्टिस रहे मोहम्मद रफीक अब रविवार को मप्र के नए चीफ जस्टिस के रूप में शपथ लेंगे। भोपाल में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उन्हें शपथ दिलाएंगी। 24 की उम्र में वकालत से अपने सफर की शुरूआत करने वाले जस्टिस मोहम्मद रफीक के पास लंबा अनुभव है। 14 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उनके नाम की अनुशंसा की थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने दो दिन पहले तबादला आदेश जारी किया था। अभी तक एक्टिंग चीफ जस्टिस संजय यादव इस जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे थे। उनका तबादला इलाहाबाद हाईकोर्ट किया गया है। वहीं मप्र हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में पदस्थ जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा भी कर्नाटक तबादला हुआ है।

एमपी हाईकोर्ट
राजस्थान के शेखावाटी मूल के हैं जस्टिस रफीक
अप्रैल 2020 में जस्टिस मोहम्मद रफीक ओडिशा के 31वें चीफ जस्टिस बने थे। अब वे रविवार से मप्र के चीफ जस्टिस का पद संभालेंगे। जस्टिस मोहम्मद रफीक शेखावाटी के चूरू जिले के सुजानगढ़ कस्बे के रहने वाले हैं। कायमखानी परिवार में 25 मई, 1960 को जन्मे मोहम्मद रफीक ने वकालत की डिग्री लेकर 1984 में राजस्थान हाईकोर्ट में वकालत की शुरू की थी। वकालत के समय में जस्टिस मोहम्मद रफीक राजस्थान हाईकोर्ट के एकमात्र ऐसे वकील थे, जो कांग्रेस और बीजेपी दोनों के शासनकाल में अतिरिक्त महाधिवक्ता रहे।
2006 में राजस्थान हाईकोर्ट में जज नियुक्त हुए थे
15 मई 2006 को वे राजस्थान हाईकोर्ट में जज नियुक्त हुए। राजस्थान हाईकोर्ट में दो बार अलग अलग समय कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बनाए गए। 13 नवंबर 2019 को जस्टिस मोहम्मद रफीक मेघालय हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनाए गए। 4 माह बाद ही सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जस्टिस मोहम्मद रफीक को अहम जिम्मेदारी देते हुए मेघालय हाईकोर्ट से ओडिशा हाईकोर्ट में तबादले की सिफारिश की थी।
जस्टिस मोहम्मद रफीक का सफरनामा
- 25 मई 1960 को चूरू के सुजानगढ़ में जन्म हुआ।
- 1984 में राजस्थान यूनिवर्सिटी से वकालत की डिग्री ली।
- 08 जुलाई, 1984 को वकालत के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया।
- 07 जनवरी, 1999 को सरकार में अतिरिक्त महाअधिवक्ता बने।
- हाईकोर्ट जज बनने तक वे इस पद पर बने रहे।
- 15 मई 2006 को राजस्थान हाई कोर्ट में जज नियुक्त हुए।
- 14 मई 2008 को राजस्थान हाईकोर्ट के स्थायी जज बने।
- 03 अप्रैल 2019 को हाईकोर्ट में बने एक्टिंग चीफ जस्टिस बने।
- 23 सितम्बर 2019 को दूसरी बार हाई कोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस बने।
- 13 नवंबर, 2019 को मेघालय हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनाए गए।
- 27 अप्रैल 2020 को उड़ीसा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बनाए गए।
- 03 जनवरी 2022 को मप्र हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की शपथ लेंगे।