टेस्ला का स्टार्टर इंदौर!: दुनिया की जानी-मानी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला की हर व्हीकल में लगता है इंदौर में बना कॉपर लग, बैटरी को देता है ऊर्जा

टेस्ला का स्टार्टर इंदौर!: दुनिया की जानी-मानी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला की हर व्हीकल में लगता है इंदौर में बना कॉपर लग, बैटरी को देता है ऊर्जा


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संजय गुप्ता|इंदौर27 मिनट पहले

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50 लाख की कार हो या डेढ़ करोड़ की, इसके बिना नहीं चलेगी

  • 85 रुपए का यह पुर्जा सांवेर रोड औद्याेगिक क्षेत्र स्थित कंपनी में बनता है, अमेरिका-चीन भी भेजा जाता है

इलेक्ट्रिक कार के बाजार में सबसे बड़ी अमेरिकी कंपनी टेस्ला ने अब चीन में भी प्लांट शुरू कर दिया है। इस साल यह कंपनी भारत में भी कार लाॅन्च करने जा रही है। टेस्ला की कार में लगने वाला एक जरूरी पुर्जा इंदौर में बनता है। सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र स्थित कंपनी विशाल फेब में कॉपर लग नाम का पुर्जा (बैटरी की ऊर्जा को कार से लिंक करने वाला) बनाया जाता है। फैक्टरी में इन दिनों रात-दिन काम चल रहा है, क्योंकि कंपनी ने चीन में भी प्लांट लगा दिया है और इसके लिए इंदौर से ही पुर्जे भेजने के लिए कहा गया है।

कंपनी के डायरेक्टर सुनील जोशी और अनिल जोशी बताते हैं कि इंदौर में कॉपर लग कार में लगी लीथियम आयन बैटरी को कार से लिंक करता है, जिससे बैटरी में पैदा हुई ऊर्जा कार में पहुंचती और कार को गति मिलती है। इसके बिना बैटरी की ऊर्जा नहीं मिलेगी और कार नहीं चलेगी। हर माह करीब साढ़े तीन लाख कॉपर लग अमेरिका के प्लांट को भेजे जाते हैं। लॉकडाउन के बाद अब चीन में भी टेस्ला कंपनी का प्लांट शुरू हो गया है। वहां हर माह करीब 50 हजार पुर्जे जा रहे हैं। कार के माॅडल के हिसाब से एक कार में चार से छह कॉपर लग लगते हैं।

50 लाख की कार हो या डेढ़ करोड़ की, इसके बिना नहीं चलेगी
अनिल बताते हैं कि उनकी कंपनी 30 सालों से इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज को कॉपर के पार्ट बनाकर दे रही है। फ्रांस की सबसे बड़ी कंपनी स्नाइडर को भी इनके पार्ट जाते हैं। लॉकडाउन खत्म होते ही कारोबार और बढ़ गया है। पहले 800 टन कॉपर की खपत होती थी, जो अब एक हजार टन हो गई है। यह कंपनी पिता गजानन जोशी ने शुरू की थी। 90 की उम्र में भी वे सक्रिय हैं।

टेस्ला का काम बढ़ा तो लगा दिए रोबोट आर्म
सुनील जोशी बताते हैं कि टेस्ला का उत्पादन बढ़ता जा रहा है, इसलिए अब विदेशों से हाईटेक मशीनें लगवा ली है। हमारे यहां रोबोट आर्म भी है, जो तेजी से पार्ट बनाने का काम करती है। हमारा पूरा ध्यान गुणवत्ता पर रहता है। मप्र में पहला जेड गोल्ड सर्टिफिकेट हमें ही मिला था, जो अभी पूरे प्रदेश में केवल चार-पांच ग्रुप के पास ही है।



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