506 आर्मी बेस में कार्यरत लेबर के बैंक खाते से कोई 3.10 लाख रुपए निकाल लिया। सारी रकम एटीएम और खरीदी में खर्च हुआ। जबकि पीड़ित ने इस बचत खाते पर एटीएम ही जारी नहीं कराया था। यहीं नहीं बिना उसकी अनुमति या आवेदन के उसका खाता भी सागर ट्रांसफर हो गया। पीड़ित ने गोराबाजार थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।
20 साल पहले खुलवाया था बचत खाना
जानकारी के अनुसार बिलहरी जनता स्कूल के पास रहने वाले नारायण प्रसाद बाबरिया 506 आर्मी बेस जबलपुर में लेबर के पद पर पदस्थ हैं। सात अप्रैल 2000 को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया बिलहरी में बचत खाता खुलवाया था। इसमें तीन लाख रुपए से अधिक की रकम जमा थी। पर वह कोई लेन-देन नहीं करता था। खाते से पैसा निकालने के लिए एटीएम या चेक भी नहीं लिया था। सर्विस पेमेंट लेने के लिए पीएनबी बैंक में खाता खुलवाया था। इसी से लेनदेन करता था।
खाता हो गया था सागर ट्रांसफर
नारायण प्रसाद बाबरिया के मुताबिक फरवरी 2020 में पैसों की जरूरत पड़ने पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया बिलहरी गया। 49 हजार रुपए निकालने का फार्म भरकर दिया तो बताया गया कि उक्त खाता सागर ट्रांसफर हो चुका है। हैरान नारायण प्रसाद ने पूछा कि उसका खाता सागर कैसे ट्रांसफर हाे गया तो बैंक द्वारा बताया गया कि गलती से ऐसा हो गया। ट्रांसफर कराने के लिए बोला गया कि आधार कार्ड की कापी के साथ एक आवेदन देना होगा। ऐसा करने पर चार दिन बाद खाता सागर से जबलपुर ट्रांसफर हुआ।
आठ साल से नहीं कराई थी इंट्री
उसने पासबुक में इंट्री कराया तो वर्ष 2012 से इंट्री नहीं आई। इसके बाद उसने खाते का स्टेटमेंट निकलवाया। देखा कि उसके खाते से दो नवंबर से 12 नवंबर 2012 के बीच कुल 2.70 लाख रुपए एटीएम से निकला था। वहीं 40 हजार 771 रुपए की खरीदी की गई थी। इस तरह उसके खाते से कुल तीन लाख 10 हजार 771 रुपए कोई खाता ट्रांसफर कराकर निकाल लिया। उसने इस फर्जीवाड़ा में बैंक के ही किसी कर्मी के मिलीभगत का आरोप लगाया है।
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