टीकाकरण के मॉक ड्रिल की तैयारी पूरी: 4 अस्पतालों में आज कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राय-रन

टीकाकरण के मॉक ड्रिल की तैयारी पूरी: 4 अस्पतालों में आज कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राय-रन


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इंदौर6 घंटे पहले

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सुबह 9 से 11 बजे तक टीकाकरण सत्र होगा

  • एमवायएच, हुकमचंद पॉलीक्लिनिक, हातोद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, राजश्री अपोलो में टीकाकरण का मॉक ड्रिल
  • फिलहाल वैक्सीन में दवा नहीं, इसलिए ये ड्राय-रन, लेकिन प्रक्रिया असल टीकाकरण जैसी ही

कोविड-19 वैक्सीन की तैयारियों को परखने के लिए शुक्रवार को जिले के चार अस्पतालों में ड्राय-रन किया जाएगा। यह एक तरह की रिहर्सल है ताकि जब वैक्सीन लगाना शुरू की जाए तो किसी तरह की कोई गलती न हो। बाकायदा वैक्सीन को सुरक्षा के साथ सेंटर्स पर भिजवाया जाएगा। स्वास्थ्यकर्मी को बाएं हाथ पर इसे लगाया जाएगा। सिर्फ सूई को हाथ पर स्पर्श किया जाएगा। एमवायएच, हुकमचंद पॉलीक्लिनिक, हातोद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और राजश्री अपोलो अस्पताल में सुबह 9 से 11 बजे तक ड्राय-रन किया जाएगा।

गुरुवार को स्वास्थ्य अधिकारियों ने इन सेंटर्स का मुआयना किया। दिनभर स्टाफ की ड्यूटी, सामान पहुंचाने और सुरक्षाकर्मी तैनात करने में लगा। मॉक ड्रिल के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गडरिया ने सभी विभागों और अस्पताल के अधिकारियों से बात की। प्रत्येक सत्र में एक सुपरवाइजर व एक चिकित्सा अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। अभी सिर्फ ड्राय-रन किया जा रहा है, इसलिए सेंटर पर डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे, लेकिन जब नियमित वैक्सीनेशन शुरू होगा तब पांच बूथों पर एक डॉक्टर की ड्यूटी रहेगी।

सुबह 9 से 11 बजे तक टीकाकरण सत्र होगा

  • 25-25 लाभार्थियों को एसएमएस से सूचना दी जाएगी। यह लाभार्थी स्वास्थ्यकर्मी होंगे, जिन्होंने वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन कराया है।
  • बाकायदा वैक्सीन से होने वाले साइड-इफेक्ट्स के बारे में बताया जाएगा। इसके बाद वैक्सीन लगाई जाएगी।

वेटिंग रूम

जिन्हें वैक्सीन लगना है, वे यहां इंतजार करेंगे। साथ में आने वालों के लिए अस्पताल परिसर में अलग से कुर्सियां भी लगाई जाएंगी।

वैक्सीनेशन रूम

इस कक्ष में टीका लगाया जाएगा। वैक्सीन में किसी प्रकार की कोई दवा नहीं होगी। इसीलिए इसे ड्राय-रन कहा जा रहा है।

ऑब्जर्वेशन रूम

बाएं हाथ पर सूई को सिर्फ टच किया जाएगा। टीका लगाने के बाद ऑब्जर्वेशन कक्ष में 30 मिनट तक डॉक्टर की निगरानी में रखेंगे।

इमरजेंसी रूम

टीका लगवाने वाले किसी भी तरह का साइड इफैक्ट होने की स्थिति में यहां भर्ती कर इलाज किया जाएगा।
(जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता व हुकमचंद पॉली क्लिनिक के प्रभारी डॉ. आशुतोष शर्मा के मुताबिक)

एक्सपर्ट डॉ. संतोष शुक्ला (कोविड-19 वैक्सीनेशन नोडल अधिकारी) से
समझिए, वैक्सीनेशन की पूरी प्रक्रिया…

वैक्सीन कितनी देर में लग जाएगा?
– वैक्सीन पांच से छह मिनट में लग जाएगा। वैक्सीन लगवाना पूरी तरह सुरक्षित है।

टीके की पूरी प्रक्रिया कितनी लंबी है? – दो-दो मिनट आईडी कार्ड दिखाने, एंट्री करने में लगेंगे। वेटिंग एरिया में 5 मिनट लगेंगे। वैक्सीन के बाद 30 मिनट निगरानी में रखा जाएगा। सैनिटाइजेशन, हर बार वैक्सीन लगाने के बाद हैंड वॉश करना होंगे।

एक-एक कर वैक्सीन लगेगी या एक साथ दो या इससे अधिक व्यक्ति को? – एक-एक को ही लगेगी। ड्राय-रन में 25-25 लोगों को बुलवाया गया है। नियमित वैक्सीनेशन में 100 को बुलवाया जाएगा।

एक सेंटर पर कुल कितने लोगों का स्टाफ रहेगा वैक्सीनेशन के लिए? – पांच वैक्सीनेशन ऑफिसर, पांच बूथों के बीच एक डॉक्टर का सुपर विजन। फेज-1 में वैक्सीनेशन सेंटर अस्पतालों में ही बनाए हैं।

क्या वैक्सीन शुगर, ब्लड प्रेशर वाले मरीज भी लगवा सकते हैं? – कोई रिस्क नहीं। सिर्फ बुखार या उसी समय गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति काे वैक्सीन नहीं लगाया जा सकता।

यदि एक-एक वैक्सीन लगाएंगे तो दिनभर में कितने लोगों को वैक्सीन लगा पाएंगे? – ड्राय-रन में 25 और रूटीन में 100।

वैक्सीन लगवाने किस सेंटर पर जाना है, इसका पता कैसे चलेगा? – फिलहाल कोविन एप पर जिनके रजिस्ट्रेशन किए हैं, उन्हें एक दिन पहले एसएमएस करेंगे। इसमें बताएंगे कि किस सेंटर पर कितनी बजे तक उन्हें आना है।

एक वायल या शीशी में कुल कितने वैक्सीन लगा पाएंगे? – एक वायल में पांच एमएल का डोज होगा, जिसे दस लोगों को लगाया जाएगा। एक व्यक्ति काे 0.5 एमएल का डोज लगेगा।

वैक्सीन के कुल कितने डोज कितने दिन के अंतराल पर देना अनिवार्य है? एक डोज पर्याप्त नहीं रहेगा क्या? – दो डोज लगेंगे। एक महीने के अंतराल से यह डोज लगाए जाएंगे। दोनों अनिवार्य हैं।

वैक्सीन के बाद कितने दिन तक क्या-क्या सावधानी रखी जानी चाहिए? – शुरू के 30 मिनट निगरानी जरूरी है। वैसे 24 से 48 घंटे तक मॉनिटरिंग होना चाहिए। साइड इफेक्ट अपने आप दूर होगा।



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