वैक्सीनेशन: राहत; ड्राय-रन से दौड़ी टीके की उम्मीद, एक साथ चार केंद्रों पर कोरोना टीके का ट्रायल

वैक्सीनेशन: राहत; ड्राय-रन से दौड़ी टीके की उम्मीद, एक साथ चार केंद्रों पर कोरोना टीके का ट्रायल


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Indore
  • Relief; Expectation Of Vaccines From Dry run, Corona Vaccine Trial At Four Centers Simultaneously

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

इंदौर33 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

वैक्सीनेशन से पहले पल्स, ब्लड प्रेशर भी चेक किया गया।

वैक्सीनेशन के लिए शुक्रवार को चार केंद्रों पर ड्राय-रन किया गया। मामूली परेशानियों के बीच ड्राय-रन ठीक रहा। इसी के साथ कोरोना टीके की उम्मीदें भी दौड़ पड़ीं। उधर, प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि शहर में सौ केंद्रों पर वैक्सीनेशन होगा।

1. एमवायएच- 9.30-12.30 तक चला ड्राय-रन 27 में से 25 को लगी डमी वैक्सीन

स्टाफ को गाइडलाइन समझाते रहे बीएमओ
नीता सिसौदिया. इंदौर | डॉ. जितेंद्र वर्मा सहित स्टाफ सुबह 8.30 बजे से गेट पर तैनात था। सबसे पहले डॉ. अनुज आए। स्टाफ ने उनसे मैसेज दिखाने के लिए कहा। उन्होंने मोबाइल आगे कर दिया। इसके बाद उनका नाम सूची में जांचा गया, लेकिन नाम नहीं मिला। सुबह 9 बजे से टीकाकरण सत्र शुरू होना था, लेकिन सर्वर की परेशानी के कारण इसमें देरी हुई।

महू बीएमओ तीनों कक्षों में जाकर समझाते रहे कि कैसे हितग्राहियों से बात करना है और प्रोटोकॉल के तहत क्या करना है। सुबह 11 बजे तक 12 हितग्राहियों का टीकाकरण किया गया। 12.30 बजे तक 25 स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण किया जा सका। कुछ ऐसे थे जिन्हें एसएमएस नहीं मिला, वहीं कुछ ऐसे थे जिन्हें मैसेज मिला, लेकिन बाद में कैंसल होने का मैसेज मिला।

2. हुकमचंद- 9.00-12.30 तक चला ड्राय-रन 25 में से 25 को लगी डमी वैक्सीन

टीके के बाद घबराहट की भी मॉक ड्रिल
अनुराग शर्मा. इंदौर | चार वैक्सीनेशन ऑफिसर के पास आईडी वैरिफिकेशन, कोविन एप में वैरिफिकेशन, वैक्सीनेशन और वैक्सीनेशन के बाद ऑब्जर्वेशन का जिम्मा था। वैक्सीनेशन के लिए 25 कर्मचारियों का चयन किया था। सबसे पहले स्टाफ नर्स नीतू दाखले और सुधा कोठारी वैक्सीनेशन के लिए आईं। उन्हीं की साथी प्रीति अल्फ्रेड सिंह और दीपिका गंगराड़े ने वैक्सीनेशन रूम में उन्हें वैक्सीनेट किया।

इसके पहले स्टाफ की ही अन्य नर्स ने कोविन एप पर दोनों का वैरिफिकेशन भी किया। टीका लगवाने के बाद मरीज की तबीयत खराब होने की भी मॉक ड्रिल हुई। वैक्सीनेशन के बाद सुधा कोठारी को घबराहट हुई तो अस्पताल के डॉक्टर ने चेकअप भी किया। कुछ ही देर में उनका स्वास्थ्य ठीक हो गया।

3. राजश्री अपोलो- 9.00-11.00 तक चला ड्राय-रन 25 में से 19 को लगी डमी वैक्सीन

जिनकी ड्यूटी वे इमरजेंसी लीव पर चले गए
विश्वनाथ सिंह. इंदौर | राजश्री अपोलो में 9 से 11 बजे तक ड्राय-रन किया गया। जिन कर्मचारियों के साथ टीके की रिहर्सल होना थी, वे अस्पताल में ड्यूटी करते रहे। 25 में से 19 कर्मचारी ही ड्राय-रन में शामिल हो पाए। अस्पताल के 600 कर्मचारियों में से प्रबंधन ने सभी विभागों में से 25 कर्मचारियों का चयन किया था। इनकी सूची तैयार कर उन्हें एसएमएस भी भेज दिया था, ताकि वे समय पर टीका लगवाने पहुंच जाएं, लेकिन 11 बजे तक 19 कर्मचारी ही पहुंचे थे।

वैक्सीनेशन में ड्यूटी लगाने के बावजूद दो कर्मचारी इमरजेंसी लीव पर चले गए। एक कर्मचारी को पहले काउंटर से वैक्सीन लगवाकर बाहर निकलने तक में 35 से 45 मिनट का समय लगा। टीका लगाने में बमुश्किल एक मिनट ही लग रहा था।



Source link