सिडनी: बीसीसीआई (BCCI) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन के दौरान टीम के खिलाड़ी जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) और मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) के साथ नशे में धुत दर्शक द्वारा कथित रूप से नस्लीय दुर्व्यवहार के बाद आईसीसी (ICC) मैच रैफरी के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज की है.
भारतीय गेंदबाजों पर हुई नस्लभेदी टिप्पणी
बीसीसीआई (BCCI) सूत्रों के अनुसार सिराज को सिडनी क्रिकेट मैदान (SCG) के एक स्टैंड में उपस्थित नशे में धुत एक दर्शक ने ‘मंकी’ (बंदर) कहा, जिससे 2007-08 में भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे के ‘मंकीगेट’ प्रकरण की याद ताजा हो गई.
MS Dhoni का इंस्टाग्राम पर कमाल, Virat Kohli के बाद हासिल किया ये मुकाम
बोर्ड के एक सूत्र ने पीटीआई से कहा, ‘बीसीसीआई ने अपने दो खिलाड़ियों जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज से नशे में धुत एक दर्शक द्वारा दुर्व्यवहार के बाद आईसीसी मैच रैफरी डेविड बून के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज की है’.
दिलचस्प बात है कि मंकीगेट प्रकरण भी सिडनी टेस्ट के दौरान ही हुआ था जब एंड्रयू साइमंड्स ने दावा किया था कि हरभजन सिंह ने उन्हें कई बार बंदर कहा था. लेकिन भारतीय ऑफ स्पिनर को इस मामले की सुनवाई के बाद पाक साफ कर दिया गया था.
ऑस्ट्रेलियाई अखबार द डेली टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘यह पता चला है कि भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि बुमराह और सिराज पर दर्शकों द्वारा बीते दो दिन से फब्तियां कंसी जा रही हैं, जो नस्लीय हैं. मैदान के रैंडविंक छोर की तरफ जहां सिराज फील्डिंग कर रहे थे, वहां दर्शकों में से यह टिप्पणी की गई’.
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘एक और वाक्ये में, जब मैच चल रहा था तब भारतीय स्टाफ बुमराह के पीछे बाउंड्री के बाहर खड़ा था और उनसे बात भी कर रहा था’.
पता चला है कि दिन का खेल समाप्त होने के बाद भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ियों, अंपायरों और सुरक्षा अधिकारियों के बीच काफी लंबी चर्चा हुई थी. इसमें कप्तान अजिंक्य रहाणे भी शामिल थे.