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राजगढ़21 घंटे पहले
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- वर्ष 2020 में स्वास्थ्य विभाग को टीबी के 3600 मरीज खोजने थे
साल 2024 तक जिले में टीबी उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयास कर रहा है। अगले तीन सालों मेंं जिले से टीबी का खात्मा करने के लिए अभियान के रूप में कार्य किए जाएंगे। इसके लिए लोगोंं में जागरुकता का प्रसार व टीबी को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए रविवार को स्वास्थ्य विभाग ने शहर की एक निजी होटल में मीडिया कार्यशाला आयोजित की। हालांकि जमीनी हकीकत सरकारी लक्ष्य के उलट है। जिले में टीबी के मरीजों को खोजने में ही विभाग इस साल फिसड्डी रहा है। सरकारी निर्देश व प्रोजेक्टेड जनसंख्या के मान से वित्तीय वर्ष 2020 में स्वास्थ्य विभाग को टीबी के 3600 मरीज खोजने थे, लेकिन मैदानी अमला अप्रैल 2020 से अब तक 1404 मरीज खोज सका है। मरीजों की खोज-खबर में हुई देरी को लेकर जिला क्षय राेग अधिकारी डॉ एसके मित्तल का तर्क है कि कोराेना संक्रमण के कारण कार्य प्रभावित हुआ है। मरीज खाेजकर पूरा उपचार किया जाएगा: डॉ. मित्तल के अनुसार आने वाले तीन सालों में जिले में सभी मरीजों को खोजकर उन्हें पूरा उपचार देने के साथ ही सभी फॉलोअप किए जाएंगे, ताकि साल 2024 तक टीबी उन्मूलन की दिशा में हम आगे बढ़ सकें। उन्हाेंने बताया कि साल 2018 में 2787 मरीजों को खोजने का टारगेट था, इनमें से 2459 को खोजा गया। साल 2019 में 3545 का टारगेट था, इसके विरुद्ध 3089 को खोज लिया गया। अभी 506 मरीज हैं।
उन्मूलन के लिए सही समय पर जांच व उपचार जरूरी
टीबी उन्मूलन के लिए सही समय पर सही जांच व उपचार जरूरी है। जिले में सीबी नेट व ट्रू नेट मशीनों से दो प्रकार के टेस्ट की व्यवस्था है। यह जांच जिले में दो घंटों में होती है। सरकारी अस्पतालों में जांच व इलाज पूरी तरह से मुफ्त है।
6 माह में स्वस्थ हो जाते हैं सामान्य टीबी के मरीज
नाखून व बालों को छोड़कर शरीर के किसी भी अंग में टीबी हो सकता है। इसके लिए जांच की व्यवस्थाएं हैं। सामान्य प्रकार की टीबी के मरीज 6 माह का पूरा इलाज लेकर स्वस्थ हो सकते हैं। यदि आपको टीबी के लक्षण दिखें तो तुरंत अस्पताल जाकर अपनी जांच कराएं।