बिहार, मध्य प्रदेश और झारखंड जैसे राज्यों में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना अब पहले की तुलना में आसान हो गया है.
Driving Licence: उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और झारखंड जैसे राज्यों में नए साल में ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) बनवाना अब पहले की तुलना में आसान हो गया है. आवेदक को टेस्ट देने के बाद लर्निंग लाइसेंस के लिए जिला परिवहन कार्यालयों (Regional Transport Office) में महीनों इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 12, 2021, 3:14 PM IST
अब स्लॉट बुक होते ही लर्निंग लाइसेंस के लिए देने होंगे इतने रुपये
बिहार जैसे राज्यों में अब स्लॉट बुक होते ही लर्निंग लाइसेंस के लिए 740 रुपये का आपको जमा करना अनिवार्य कर दिया है. आपको स्लॉट बुक करते ही लर्निंग लाइसेंस जांच परीक्षा के लिए अपनी सुविधा के अनुसार आपको डेट मिल जाएगी. इसके साथ ही कई राज्यों ने फैसला किया है कि लर्निंग लाइसेंस और गाड़ियों के पंजीयन (RC) के लिए बने नए नियमों को अब लागू करेंगे. केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के निर्देश पर बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों के परिवहन विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ियों के पंजीयन को लेकर नए नियम लागू कर दिया है.

बिहार में आवेदन सिर्फ ऑनलाइन लिए जा रहे हैं.
आवेदन सिर्फ ऑनलाइन लिए जा रहे हैं
बिहार परिवहन विभाग के मुताबिक, ‘बिहार में आवेदन सिर्फ ऑनलाइन लिए जा रहे हैं. ऑफलाइन व्यवस्था पूर्ण रूप से बंद कर दी गई है. जिला परिवहन कार्यालयों में ऑनलाइन परीक्षा हो रही हैं. 10 मिनट की परीक्षा में ट्रैफिक नियमों से जुड़े 10 सवालों के जवाब पूछे जा रहे हैं और इनमें से छह सवाल सही होने चाहिए. लर्निंग लाइसेंस टेस्ट का परिणाम आने के बाद सर्टिफिकेट प्रिंट के लिए आवेदकों को अब आरटीओ में बैठकर इंतजार नहीं करना पड़ेगा.आपके मेल पर या आप ऑनलाइन प्रिंट निकाल सकते हैं.
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दिल्ली सरकार 4 नए आरटीओ खोलने पर कर रही है विचार
दूसरे राज्यों के तर्ज पर अब दिल्ली सरकार ने भी आरटीओ में बढ़ती भीड़ को देखते हुए चार और नए परिवहन कार्यलय खोलने पर विचार कर रही है. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के मुताबिक दिल्ली में अभी तक 13 ट्रांसपोर्ट क्षेत्रीय कार्यलय चल रहे हैं. इन कार्यलयों में ड्राइविंग लाइसेंस, अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस, वाहनों का पंजीकरण और परिचालक लाइसेंस आदि जारी किए जाने का काम हो रहा है. कोरोना काल में इन कार्यलयों में काम का अत्यधिक बोझ बढ़ चुका है इसलिए ड्राइविंग लाइसेंस के लिए दो से तीन महीने का वेटिंग चल रहा है. वेटिंग का समय कम करने के निर्देश के बावजूद स्थिति में कुछ ज्यादा सुधार नहीं हुए हैं.