झाबुआ : उस पोल्ट्री फॉर्म में भी फैल गया बर्ड फ्लू जहां से धोनी ने बुलवाए थे 2 हजार कड़कनाथ मुर्गे

झाबुआ : उस पोल्ट्री फॉर्म में भी फैल गया बर्ड फ्लू जहां से धोनी ने बुलवाए थे 2 हजार कड़कनाथ मुर्गे


पशुपालन विभाग ने यहां बर्ड फ्लू होने की पुष्टि की है.

ये वही पोल्ट्री फॉर्म है जहां के भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी (M S Dhoni) ने कड़क नाथ मुर्गे मंगवाए थे.

झाबुआ. झाबुआ (Jhabua)  में भी बर्ड फ्लू (Bird flu) ने दस्तक दे दी है.झाबुआ के प्रसिद्ध कड़कनाथ मुर्गे में बर्ड फ्लू के वायरस की पुष्टि हुई है. थांदला तहसील के रूंडीपाड़ा गांव में निजी कड़कनाथ मुर्गीपालन क्षेत्र में मुर्गियां बीमार हुई थीं, जिनके सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए थे.उस जांच में कड़कनाथ मुर्गे में में एच 5एन1 वायरस की पुष्टि हुई है.ये वही पोल्ट्री फॉर्म है जहां के भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने कड़क नाथ मुर्गे मंगवाए थे.

पशुपालन विभाग भोपाल के संचालक ने झाबुआ को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद पशुपालन विभाग की टीम गांव की ओर रवाना हो गई. मुर्गीपालन क्षेत्र और उसके 1 किमी. के दायरे को संक्रमण मुक्त करने के साथ-साथ सभी जीवित और मृत मुर्गे-मुर्गियों को जमीन में दफना दिया गया है. इसके साथ ही अंडे भी नष्ट किए जाएंगे.

धोनी ने दो हजार मुर्गे ऑर्डर किए थे
धोनी ने अपने रांची स्थित फार्म हाउस पर पालने के लिए 2000 हजार कड़कनाथ चूजों का आर्डर रूंडीपाड़ा स्थित इस फार्म हाऊस को दिया था.बर्ड फ्लू की रोकथाम को लेकर विभाग की टीम पीपीई किट और सुरक्षा इंतजामों के साथ गांव में पहुंच चुकी है. इसी मुर्गीपालन केन्द्र को भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी कड़कनाथ चुजों का ऑर्डर दिया था.

बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र और सरकारी कड़कनाथ मुर्गीपालन केन्द्र ने मुर्गियों को संक्रमण से बचाने के लिए अपनी तैयारिया शुरू कर दी थी. साथ देशी तरीके को भी आजमाया था. इसके साथ विशेषज्ञों ने लोगों को भी सलाह दी है कि वे भी पक्षियों को इम्यूनिटी बूस्टर दें. साथ ही बाहर से पक्षियों को फार्म में लेकर ना आएं.








Source link