उमरिया जिले में हैवानियत की सारी हदें पार हो गईं. (प्रतिकात्मक फोटो)
पहले दो लोगों ने गैंगरेप किया फिर बारी-बारी से दूसरे उसे शिकार बनाते रहे. बच्ची ने जिससे भी मदद मांगी, उसी ने फायदा उठाया.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 17, 2021, 8:58 AM IST
पुलिस के अनुसार उमरिया निवासी 13 वर्षीय बच्ची जबलपुर में पिता के साथ रहकर पढ़ाई कर रही है. वह नौवीं की छात्रा है. पिता सरकारी नौकरी में हैं. लॉकडाउन के दौरान स्कूल बंद होने से छात्रा मां के पास उमरिया आ गई. 11 जनवरी की दोपहर बच्ची किशोरी नगर की घरेलू काम से सब्जी मंडी गई थी. यहां उसे राहुल कुशवाहा व आकाश सिंह नाम के दो युवक मिले. दोनों ने एक दुकान में ले जाकर उसे बहलाया-फुसलाया और मोबाइल नंबर लिया। इसके बाद घुमाने के बहाने बाइक पर साथ ले गए.
ढाबे पर बांधा और फिर बारी-बारी से की दरिंदगी
दोनों आरोपी उसे लेकर शहर से लगे भरौला व छटन के जंगल में पहुंचे. यहां डरा-धमकाकर दुष्कर्म किया. इसके बाद उसे एनएच 43 किनारे पर मौजूद ढाबे में ले गए. रात में उसे वहीं बंधक बनाकर रखा. यहां आरोपी आकाश व राहुल के अलावा ढाबा संचालक पारस सोनी व साथियों मानू केवट, ओंकार राय, ईतेंद्र सिंह व रजनीश चौधरी ने उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद दोनों आरोपी उसे छटन बस्ती के जंगल में भी ले गए, जहां उसके साथ दरिंदगी की.