गौरतलब है कि पहले परिवार के सदस्य की मौत, फिर संक्रमित होने के कारण देकर आयुषी पहले भी कोर्ट में बयान देने नहीं आई थीं. बुधवार को उन्होंने कोर्ट में आवेदन लगाया कि उनके पेट और कमर दर्द है, जिसकी वजह से खड़े रहने और बैठने में दिक्कत हो रही है. इस वजह से वे बयान देने नहीं आ सकतीं.
सबके दर्ज हो चुके बयान
डॉ. आयुषी के इस आवेदन पर अधिवक्ता धर्मेंद्र गुर्जर ने कोर्ट में आपत्ति ली. कोर्ट से कहा कि आयुषी का आवेदन खारिज किया जाए. जो महिला घर से कोर्ट तक कार में बैठकर आई, कोर्ट परिसर की सीढ़ियां चढ़ी, उसे तब दिक्कत नहीं हुई तो फिर बयान देने में कैसे हो सकती है. वे जानबूझकर केस को लंबा खींचने के लिए इस तरह के आवेदन पेश कर रही हैं. उल्लेखनीय है कि इस केस की सुनवाई शीघ्र की जाना है. महाराज की बेटी, दोनों बहन, ड्राइवर, बचपन के दोस्त, डॉक्टर के भी बयान हो चुके हैं. डॉ. आयुषी के बयान सबसे महत्वपूर्ण हैं.कौन थे भय्यूजी महाराज
– शुजालपुर के एक किसान परिवार में जन्मे भय्यूजी महाराज का असली नाम उदयसिंह देखमुख था.
– इंदौर में बापट चौराहे पर उनका आश्रम है जहां से वे अपने ट्रस्ट के सामाजिक कार्यों का संचालन करते थे.
– भय्यूजी महाराज की पहली पत्नी का नाम माधवी था जिनका निधन हो चुका है.
– माधवी से उनकी एक बेटी कुहू है जो फिलहाल पुणे में पढ़ाई कर रही है.
– भय्यूजी महाराज नाम तब चर्चा में आया था, जब भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान भूख हड़ताल पर बैठे अन्ना हजारे को मनाने के लिए यूपीए सरकार ने उनसे संपर्क किया था.
पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देखमुख, शरद पवार, लता मंगेशकर, उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे, आशा भोंसले, अनुराधा पौंडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी जैसी हस्तियां उनके आश्रम आ चुके हैं.