टॉप 5 इनोवेशन जिसने बदल दी ऑटोमोटिव इंडस्ट्री की दुनिया…– News18 Hindi

टॉप 5 इनोवेशन जिसने बदल दी ऑटोमोटिव इंडस्ट्री की दुनिया…– News18 Hindi


नई दिल्ली. भारत बेहतरीन कारों के निर्माण का एक केंद्र बनने की क्षमता रखता है. 1940 के दशक में एक अविकसित मोटर वाहन उद्योग भारत में शुरू हुआ. भारत में लगभग 2 मिलियन ऑटोमोबाइल का निर्माण होता है. भारत में सबसे बड़ी मोटर वाहन कंपनियां हैं, मारुति सुज़ुकी, हुंडई मोटर इंडिया, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा. आज हम कुछ ऐसी इनोवेशन से आपको रूबरू कराने जा रहे हैं जिसने ऑटोमोटिव इंडस्ट्री कि दुनिया ही बदल दी…5 ऐसे इनोवेटिव तकनीक जिसने इंडस्ट्री को तो बदला ही है साथ ही साथ समान्य लोगो को भी फायदा होगा.

1. Autonomous vehicles: ऑटोनोमस कार एक ऐसी कार है जो सेंसर को ओर अपने आस पास के एंवियर्मेंट के मेहसूस कर खुद चल सकती है. इस टेक्नोलॉजी में किसी भी human being की इन्वॉल्वमेंट नही हो सकती. इंसान को इसे कंट्रोल करने कि भी कोई जरुरत नहीं पड़ती. यह एक सेल्फ ड्रिवन कार है जो कहीं भी ओर कभी भी आसानी आ जा सकती है. कार ऐसा बिहेव करती जैसे कोई एक्सपीरियंस्ड ड्राईवर करता हो.

2. Connectivity: व्हीकल एक छेड़छाड़-प्रूफ डिजिटल पहचान के साथ आते हैं जो उन्हें नेटवर्क के अन्य वाहनों से अलग करता है. यह बीमा, ड्राइवर सुरक्षा, भविष्य कहनेवाला मेंटनेंस और बड़े मैनेजमेंट जैसे विभिन्न उपयोग के मामलों के लिए व्हीकल्स के डेटा की आसान ट्रैकिंग को योग्य बनाता है. वाहनों के डेटा को साझा करना न केवल पर्सनल कस्टमर की मदद करता है, बल्कि कंप्लीट मोबिलिटी इकोलॉजी तंत्र को ओवरहाल करता है.

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3. Electrification: समय के साथ साथ पेट्रोल का यूज बड़ता ही जा रहा, पेट्रोल कि खपत ज्यादा होने से हमारे एंवियर्मेंट को भी नुक़सान पहुंच रहा है. ऐसे में इसका हल निकलते हुए साइंटिस्ट ने इलेक्ट्रिक कार, सोलर पैनल, इंफ्रास्ट्रक्चर, फ्लीट इलेक्ट्रिकफिकेशन जैसे इनोवेशन एनर्जी बेस्ड को बिजली देने की तकनीक निकली है.

4. Shared mobility: कनेक्टेड व्हीकल्स के साथ, नए बिज़नेस मॉडल सामने आए हैं जो ट्रेडीशनल व्हीकल के ओनरशिप को ऑप्शन के रूप में share मोबिलिटी पर ध्यान फोकस्ड करते हैं. यह mobility-as-a-servive (MaaS) को सक्षम बनाता है और अनयूज्ड वाहनों को डिस्कोरेज्ड करता है. इस तरह के समाधान नए वाहनों को जोड़ने के बिना किसी शहर या बिज़नेस की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं, इस प्रकार बेड़े या प्रदूषण के कारण पेट्रोल या डीजल व्हीकल के लिए प्रतीक्षा समय को कम करते हैं.

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5. Artificial intelligence: ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के भीतर रोबोट ऑटोमेशन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी जैसे मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, और कंप्यूटर विज़न, एप्लीकेशंस का पता लगाते हैं। ये सेल्फ-ड्राइविंग कारों को गाइडेंस करते हैं, फ्लीट मैनेज करते हैं, सुरक्षा में सुधार और वाहन इंस्पेक्शन या बीमा जैसी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए ड्राइवरों की सहायता करते हैं. AI मोटर व्हीकल निर्माण में भी एप्लीकेशंस पाता है, जहां यह उत्पादन की rate को तेज करता है और लागत को कम करने में मदद करता है.





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