अश्विन ने कहा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे से कुछ चीजें अलग करते हैं (PIC: AP)
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार और अनुभवी स्पिनर रविचंद्र अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने हाल ही में विराट कोहली (Virat Kohli) और अंजिक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की कप्तानी के फर्क को बताया है.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 28, 2021, 1:10 PM IST
रविचंद्रन अश्विन ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में कहा, ”मैं दोनों तुलना किए जाने के पक्ष में नहीं हूं. फिर भी मुझे लगता है कि पिछले कुछ सालों में टीम इंडिया ने अच्छे परिणाम हासिल किए हैं, उसकी वजह है हमारे पास क्वॉलिटी प्लेयर और अच्छे इंसान ड्रेसिंग रूम में मौजूद रहे.” उन्होंने कहा, ”रहाणे ने टीम इंडिया की पांच टेस्ट मैचों में कप्तानी की है और विराट कोहली ने उससे बहुत ज्यादा मैचों में, तो सबसे बड़ा फर्क तो यही है. मुझे समझ नहीं आ रहा कि कैसे लोग कप्तानी को लेकर तुलना कर रहे हैं. महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की कप्तानी स्टाइल अलग थी. लोग इस बारे में इसलिए बात करते हैं, क्योंकि इनसे हेडलाइन्स बनती हैं.”
उन्होंने कहा, ”विराट खुद को ज्यादा अभिव्यक्त करते हैं, वह कम्यूनिकेटिव हैं, वह जो सोचते हैं वह उनके चेहरे पर देखा जा सकता है.” अश्विन ने आगे कहा, ”अजिंक्य रहाणे के साथ ये तीनों ही चीजें नहीं हैं, लेकिन जिस तरह से रहाणे ने कप्तानी की, मुझे लगता है कि दोनों की कप्तानी की शैली एक जैसी है.”एडिलेड टेस्ट में अश्विन प्लेइंग इलेवन का हिस्सा थे. उस समय कप्तानी विराट कोहली कर रहे थे. बाद में वह अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में अगले दो टेस्ट खेले. ऐसे अनुमान लगाए जा रहे थे कि अश्विन को विराट कोहली की अनुपस्थिति में रहाणे का डिप्टी बनाया जाएगा, लेकिन यह पद पहले चेतेश्वर पुजारा और फिर रोहित शर्मा को दिया गया.
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क्या टीम इंडिया की उप कप्तानी नहीं सौंपे जाने से क्या रविचंद्रन अश्विन निराश थे? इस पर अश्विन ने कहा, ”मैं कतई निराश नहीं था. मैं अपनी योजनाओं के साथ मैदान पर जाता हूं और अपनी फील्ड के अनुसार गेंदबाजी करता हूं. मैं जिन कप्तानों या उप कप्तानों के नेतृत्व में खेला हूं, वे बहुत सपोर्टिव रहे हैं.” अश्विन ने कहा, ”लीडरशिप स्वयं का नेतृत्व करना भी होता है. हर परिस्थिति में अपने लिए स्पेस बनाना ही कप्तानी है. साथ ही आप टीममेट्स की मदद कर सकें, यही नेतृत्व है.”