मप्र सरकार अब गो-फिनाइल से सरकारी दफ्तर साफ कराएगी. (सांकेतिक तस्वीर
सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश भी पारित कर दिया है. आदेश में ऊपर से लेकर नीचे तक के सरकारी दफ्तरों में गो-फिनाइल के इस्तेमाल की बात कही गई है.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 31, 2021, 5:03 PM IST
सरकार के गो-फिनाइल के फैसले पर सियासत भी शुरू हो गई. कांग्रेस ने सरकार को आड़े हाथों लिया है. उसने आरोप लगाया है कि शिवराज सरकार गो-फिनायल की आड़ में किसी एक निजी कंपनी को फायदा पहुंचाना चाहती है. कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि सरकार पतंजलि को लाभ पहुंचाने के लिए यह आदेश लेकर आई है.
विधायक ने कहा- कमलनाथ सरकार की गौशालाओं के प्रबंधन को दें ठेका
चौधरी ने कहा कि गो-फिनायल की आड़ में शिवराज सरकार बड़ा भ्रष्टाचार करने जा रही है. कांग्रेस विधायक ने ये भी मांग कर दी कि अगर शिवराज सरकार को गो-फिनायल का इस्तेमाल करना ही है तो कमलनाथ सरकार के समय जो गोशालाएं बनाई गई हैं उन्हें गो-फिनायल के प्रॉडक्शन का ठेका दिया जाए.कांग्रेस की मानसिकता ठीक करने गो-फिनाइल जरूरी: भाजपा
भाजपा ने कांग्रेस के आरोप पर तंज कसा है. पटलवार करते हुए भाजपा के प्रदेश मंत्री और प्रवक्ता राहुल कोठारी का कहना है कि कांग्रेस सरकार ने जिस तरीके से 15 महीने में भ्रष्टाचार की गंदगी सरकारी दफ्तरों में फैलाई थी, उसको साफ करने के लिए और कांग्रेस की मानसिकता को दुरुस्त करने के लिए गो-फिनायल से सफाई बहुत आवश्यक है. राहुल कोठारी ने कहा कि कांग्रेस अपने कार्यकाल में गायों के लिए कुछ कर तो नहीं सकी लेकिन गोमाता को लेकर राजनीति करने में लगी हुई है. उन्होंने कहा कि यह अभियान गो माता की समृद्धि और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के लिए बेहद आवश्यक है.