Ford ने गूगल के साथ की पार्टनरशिप, Google map की सहायता से चलेगी फोर्ड की कार– News18 Hindi

Ford ने गूगल के साथ की पार्टनरशिप, Google map की सहायता से चलेगी फोर्ड की कार– News18 Hindi


नई दिल्ली. 2023 से शुरू होने वाली, फोर्ड ओर लिंकन की सभी कार गूगल के एंड्रायड पर चलेगी. गूगल के साथ पार्टनर शिप के तहत फोर्ड कार के यूज़र गूगल असिस्टेंस और गूगल मैप का यूज कार सकेंगे. गूगल के साथ 6 साल के स्ट्रेटेजिक पार्टनर शिप के तहत फोर्ड कार के यूजर गूगल प्ले का भी एक्सिस कार सकेंगे.

2023 से शुरू होने वाली इस नए छह साल की साझेदारी के तहत, फोर्ड और लिंकन की लाखों कार को गूगल के एंड्राइड पर विकसित टेक्नोलॉजी का यूज करेंगी, जिसमे गूगल की इनबिल्ट ऐप्स और सर्विसेज रहेंगी. दोनों कंपनियों ने एक साझा टीम विकसित करेंगी जिसे ‘टीम अपशिफ्ट’ कहा जायेगा. इस टीम में दोनों कंपनियों के कर्मचारी शामिल होंगे और फ़्यूचर के ड्राइविंग इनोवेशन के लिए एक साथ काम करेंगे.

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गूगल ऐसे देगा सर्विस- यहां ध्यान देने की बात है की फोर्ड और गूगल के साथ इंटीग्रेशन डिफरेंट मार्केट्स में उपलब्ध रहेगी सिवाए चीन के क्योंकि वह पर गूगल की सर्विसेज उपलब्ध नहीं है. इस पार्टनर शिप का मतलब ये होगा की फोर्ड अपने वर्तमान में सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ब्लैक बेरी की सर्विसेज लेना बंद करेगा और शायद एंड्राइड के साथ अपना नया वर्जन रिलीज़ करेगा.

इस साझेदारी का मतलब यह भी हुआ की फोर्ड गूगल क्लाउड और सर्विसेज को अपनी पसंदीदा क्लाउड प्रोवाइडर के रूप में नियोजित करेगा. जो कि फोर्ड को गूगल का डाटा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लियरनिग एक्सपर्टाइज आदि सर्विसेज को बेहतरीन फ़्यूचर कि बेहतरीन कार निर्माण के लिए यूज करेगा.

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वाइस कमांड से मिलेगी जानकारी- फोर्ड का कहना हैं इस साल के अंत तक वो गूगल क्लाउड को स्टार्ट कार देगा. जिससे कि कस्टमर एक्सपीरियंस को विभिन्न टेक्नोलॉजी और सर्विसेज और डाटा आधारित बिज़नेस मॉडल को इम्प्लीमेंटेशन से सुधारा जा सके. फोर्ड ने एक बयान देते हुए घोषणा कि है कि इस स्ट्रेटजिक पार्टनर शिप से ‘2023 के शुरुआत से ही, फोर्ड और लिंकन के ग्राहक एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम के यूनिक डिजिटल अनुभवों से फायदा लेंगे, जिसमे वर्ल्ड क्लास मैप और वाइस टेक्नोलॉजी भी शामिल है.

फोर्ड ने उदाहरण से बताया कि ड्राइवर गूगल असिस्टेंस कि मदद से कोई भी काम जैसे कि म्यूजिक सुनना, पॉडकास्ट, ऑडियो बुक सुनना जो कि केवल कार के अंदर ही उपलब्ध रहेगी आदि सर्विसेज अपने वॉइस कमांड से ही कार सकेंगे. जबकि गूगल मैप व्हीकल का प्राइमरी नेवीगेशन रहेगा जिससे कि ड्राइवर को रियल टाइम ट्रैफिक और कम ट्रैफिक वाले मार्ग की सुचना उपलब्ध रहेगी.

ड्राइविंग असिस्ट टेक्नोलॉजी से फोर्ड को होगा फायदा- कार में एंड्राइड सपोर्ट फोर्ड और थर्ड पार्टी डेवेलपर्स को एक बेहतर कार एक्सपीरियंस को बढ़ाने के लिए बेस्ट एप्लीकेशन बनाने के लिए प्रेरित करेगा. इस साझेदारी पर बात करते हुए गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुन्दर पिचाई ने कहा की ‘पहली चलने वाली असेंबल्ड लाइन से लेकर लेटेस्ट ड्राइविंग असिस्ट टेक्नोलॉजी तक फोर्ड ने लगभग 125 सालो तक इनोवेशन की गति को बरक़रार रखा. हमें (गूगल ) को गर्व है की गूगल के AI से लेकर, डाटा एनालिटिक्स और क्लाउड प्लेटफॉर्म की सहायता से एक फोर्ड के ऑटोमेटिव टेक्नोलॉजी को ट्रांसफॉर्म करेंगे और लोगो को रोड से सुरक्षित जोड़ सके’





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