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सीकरकुछ ही क्षण पहले
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रामगढ़ में चैयरमेन के लिए वोटिंग करते पार्षद
सरकार में होने का फायदा कांग्रेस को मिला। जहां पर तीन से अधिक में भाजपा आगे दिख रही थी वहीं दो में निर्दलीय चैयरमेन बनाते नजर आ रहे थे, परिणामों में कांग्रेस ने छह निकायों में कब्जा कर लिया। एक में भाजपा अपना चैयरमेन बना पाई है।
पीसीसी अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने आखिरकार अपने विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का बोर्ड बना दिया। बराबर के मुकाबले में निर्दलीय को अपने पाले में कर मुस्तफा कुरैशी ने 23 वोट हासिल किए, जबकि भाजपा को 16 वोट ही मिले। वहीं माकपा के हाइब्रिड उम्मीदवार को पार्टी का एक वोट ही मिला।
श्रीमाधोपुर में भाजपा के हरिनारायण महंत ने एक बार फिर पालिकाध्यक्ष पद पर कब्जा कर लिया। कांग्रेस छोड़कर निर्दलीय जीते और फिर चैयरमेन पद से पहले भाजपा ज्वॉइन कर ली। बता दे कि इससे पहले भी हरिनारायण महंत पालिकाध्यक्ष थे। कांटे के मुकाबले में एक वोट से हरिनारायण को जीत मिली। कांग्रेस के खेमे से एक वोट टूटा है।
फतेहपुर में भी कांग्रेस ने अपना पालिकाध्यक्ष बना लिया। यहां कांग्रेस के मुस्ताक नजमी को 31 वोट मिले, जबकि निर्दलीय शमा को 24 वोट ही मिले।
रामगढ़ शेखावाटी में कांग्रेस के दूदाराम पालिकाध्यक्ष बने। उनके खाते में 19 वोट आए है, जबकि भाजपा जया सोनी को यहां पर 16 वोट ही मिले। वहीं खंडेला में याकूब मलकान को पार्षदों ने चुना। तीन उम्मीदवार के बीच मुकाबले में पांच वोट लेकर भाजपा के प्रत्याशी नेमीचंद तीसरे स्थान पर रहे। यहां पर निर्दलीय को 9 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के याकूब को 11 वोट मिले।
रींगस में कांग्रेस के अशोक कुमावत को 18 वोट मिले, जबकि निर्दलीय हरिशंकर निठारवाल को 17 वोट मिले है। माना जा रहा है कि भाजपा ने यहां पर वॉक आउट करने की बजाय कांग्रेस को समर्थन दिया है।
ऐसा ही कुछ लोसल में देखने को मिला। यहां पर भाजपा समर्थित शारदा देवी को महज 11 वोट ही मिले, जबकि कांग्रेस के शम्मू बानो को 24 वोट मिले।