मौनी अमावस्या आज: फरवरी माह त्योहार व व्रत का बसंत उत्सव लेकर आया

मौनी अमावस्या आज: फरवरी माह त्योहार व व्रत का बसंत उत्सव लेकर आया


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रतलामएक घंटा पहले

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  • माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं, गुरुपुष्य नक्षत्र, डांडारोपिणी पूर्णिमा, रविदास जयंती इसी माह

फरवरी त्योहारों और व्रत लेकर आया है। मौनी अमावस्या, गुप्त नवरात्रि, बसंत पंचमी, जया एकादशी विश्वकर्मा जयंती के साथ ही गुरुपुष्य नक्षत्र, डांडारोपिणी पूर्णिमा, रविदास जयंती सहित अन्य व्रत व त्योहार आ रहे हैं। मौनी अमावस्या गुरुवार को है। माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं। इस दिन मौन व्रत रखने और मुख से कटु शब्द ना निकलने से मुनि पद की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या का अपना खास महत्व है। इस दिन संगम और गंगा में देवताओं का वास रहता है जिससे गंगा स्नान करना अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक फलदायी होता है। इस वर्ष मौनी अमावस्या का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि इस दिन हरिद्वार कुंभ में पवित्र डुबकी लगाई जाएगी।

गुप्त नवरात्रि, 12 से 21 फरवरी : ध्यान-साधना करके दुर्लभ शक्तियों की प्राप्ति करते हैं

माघ माह, शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 12 से 21 फरवरी तक गुप्त नवरात्र मनाई जाएगी। इस बार माघ नवरात्रि दस दिनों की होगी क्योंकि 17 व 18 फरवरी को दोनों दिन षष्टी तिथि रहेगी। गुप्त नवरात्रियों में दसमहाविद्या मां भगवती की पूजा की जाती है। गुप्त नवरात्रियों का महत्व चैत्र और शारदीय नवरात्रियों के समतुल्य ही होता है, माघ गुप्त नवरात्रि को खास तौर से तंत्र-मंत्र और सिद्धि-साधना आदि के लिए बहुत ही खास माना जाता है। इस नवरात्रि में व्यक्ति ध्यान-साधना करके दुर्लभ शक्तियों की प्राप्ति करते हैं। इस समय की गई साधना शीघ्र फलदायी होती है।

16 फरवरी को बसंत पंचमी
इस बार बसंत पंचमी पर रेवती नक्षत्र रहेगा और चंद्रमा मीन राशि में मौजूद रहेगा जो विद्या ज्ञान प्राप्ति हेतु कई गुना पुण्यों में वृद्धि करेगा। बसंत पंचमी के दिन सरस्वती माता की पूजा की जाती है। इस पर्व का शिक्षा- संगीत के क्षेत्र से जुड़े लोग सालभर इंतजार करते हैं। इस बार बसंत पंचमी पर सरस्वती मां की पूजा का विशेष लाभ जीवन में प्राप्त होगा।

बसंत ऋतु का प्रारंभ
18 फरवरी दोपहर 1.11 बजे से ऋतुराज बसंत का प्रारंभ होगा जो 19 अप्रैल तक चलेंगा। इस ऋतु में ध्यान, साधना, विद्या, अध्ययन, संगीत ज्ञान, प्राप्त करने से जीवन में सकारात्मक रूपांतरण व शांति की प्राप्ति होती है। साथ ही इस ऋतु में तीर्थ स्नान देव दर्शन का अनंत गुना पुण्य लाभ प्राप्त होता है।

जया एकादशी 23 फरवरी को
माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी कहते हैं। यह एकादशी बहुत ही पुण्यदायी है, इस एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति नीच योनि जैसे भूत, प्रेत, पिशाच की योनि से मुक्त हो जाता है। साथ ही इस दिन मुक्तिधाम पीपल, बड़, आंवले, अशोक के पौधों का रोपण से निर्भयता तथा ऊपरी बाधा का क्षमन होता है।

27 फरवरी को माघ पूर्णिमा

माघ की पूर्णिमा तीर्थ स्नान दान पुण्य हेतु अतिमहत्वपूर्ण बताई गई है। इस दिन अपनी सामर्थ्य श्रद्धा के अनुरूप जितना संभव हो जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र, फल, पात्र का अवश्य दान करना चाहिए। इसी दिन एक माह बाद आने वाली होलिका दहन हेतु डांडा रोपा जाता, इसलिए इसे दांडारोपिणी पूर्णिमा भी कहा जाता है।

6 ग्रह मकर राशि में होने से महायोग बना है
मौनी अमावस्या के दिन श्रवण नक्षत्र में चंद्रमा और 6 ग्रह मकर राशि में होने से महायोग बना है। इस योग को महोदय योग के नाम से जाना जाता है। महोदय योग में पितरों क़े निमित्त किए गए दान व पूजन तर्पण से पितृ दोष का शमन व घर में शांति समृद्धि बनी रहती है साथ ही इस दिन जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री व वस्त्रों का दान करना चाहिए। 13 फरवरी से 19 अप्रैल तक शुक्र अस्त होने के कारण विवाहादि मांगलिक आयोजन 16 फरवरी बसंत पंचमी पर नहीं हो पाएंगे, लेकिन अपरिहार्य, संकटकालीन परिस्थिति व अत्यावश्यकता में शुक्र जाप शांति करवाने क़े उपरान्त विवाहादि मांगलिक आयोजन किए जा सकते हैं।
पं. संजयशिवशंकर दवे

पीपल के पेड़ को जल अर्पित करने से ज्यादा फल मिलेगा
59 साल बाद मौनी अमावस्या पर ऐसा योग बन रहा है जब मकर राशि में शनि, शुक्र, सूर्य बुध, गुरू व चंद्र एक साथ है। यह ग्रह एक साथ होने से बुधादित्य, लक्ष्मीनारायण व गज केसरी योग बन रहा है। इस दिन जो व्यक्ति मौन रखकर तप, ध्यान, योग में लीन रह कर मन, वचन, काया की शुद्धि में रत रहता है और तिल का दान व तिल के तेल से दीपक प्रज्ज्वलित करता है तथा पीपल के पेड़ में जल अर्पित करता है उसे सामान्य दिनों की तुलना में ज्यादा फल प्राप्त होता है। इस दिन कालसर्प योग भी रहेगा। छह ग्रहों का एक राशि में गोचरस्थ काल में कालसर्प योग व पितृदोष की शांति कराने से अनुकूल फल प्राप्त होने के आसार बढ़ जाते हैं।
ज्योतिषी रवि जैन​​​​​​​



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